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छत्तीसगढ़ में वजन तिहार के जरिए कुपोषण से जंग, बच्चों के पोषण को लेकर लोगों को किया जा रहा जागरुक - vajan tyohar 2024

छत्तीसगढ़ में कुपोषण से लड़ने के लिए वजन तिहार मनाया जा रहा है. कोरबा में भी इस तिहार के जरिए बच्चों के पोषण पर खास फोकस किया जा रहा है, ताकि जिले में कुपोषण के आंकड़ों में कमी लाई जा सके.

Vajan tihar in Korba
कोरबा में वजन तिहार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Sep 14, 2024, 8:01 PM IST

कुपोषण से लड़ने के लिए मनाया जा रहा वजन तिहार (ETV Bharat)

कोरबा: कुपोषण से लड़ाई के लिए जिले के 2598 आंगनबाड़ी केंद्रों में वजन तिहार का आयेजन किया गया है. इसमें 0 से 6 साल के सभी बच्चों के वजन और ऊंचाई को दर्ज किया जा रहा है. ये तिहार जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में 12 से 23 सितंबर तक मनाया जा रहा है. इस दौरान विभाग को इस बात की सटीक जानकारी मिलेगी कि बच्चों के बौद्धिक और शारीरिक क्षमता का विकास उनके उम्र के अनुसार हुआ है, या फिर वह कुपोषण की श्रेणी में बच्चा आता है.

राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान होंगे ये आयोजन: वर्तमान में राष्ट्रीय पोषण माह 2024 का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से किया जा रहा है. इसी कारण वजन तिहार का आयोजन किया गया है. हर साल इसी समय विभाग की ओर से वजन तिहार मनाया जाता है, ताकि बच्चों के सही पोषण की जानकारी मिल सके. हालांकि कुपोषण की स्थिति इसके बाद भी बनी रहती है. इस तिहार के जरिए विभाग का प्रयास रहता है कि कुपोषण के आंकड़ों में कमी लाई जाए.

"आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बच्चों के वजन की जांच करने को कहा था. वैसे तो बच्चों का वजन ठीक है. ऐसा बताया गया है. समय-समय पर यहां से रेडी टू ईट भी मिलता है.": गौतम प्रसाद पटेल, पालक

"आंगनबाड़ी केंद्र में वजन तिहार के जरिए बच्चों की हाइट और वजन जांच रहे हैं. ज्यादातर बच्चों का वजन ठीक है, लेकिन कुछ बच्चों का वजन कम भी है. उन्हें हम लगातार रेडी टू ईट दे रहे हैं. कमजोर बच्चों को अन्य योजनाओं का लाभ भी मिलता है. समय-समय पर उन्हें केला और अंडा दिया जाता है. इसके साथ ही आंगनबाड़ी में गर्म भोजन भी दिया जाता है. जरूरत पड़ने पर बच्चों को पोषण केंद्रों में भी भेजा जाता है, जिन्हें कुपोषण से मुक्त करने का प्रयास रहता है.": पीली बाई केंवट, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

लोगों को जागरूक करने का भी करेंगे काम: इस बारे में जिला कार्यक्रम अधिकारी रेनू प्रकाश ने बताया, "पोषण माह बेहद महत्वपूर्ण है. वजन तिहार में बच्चों के वजन स्तर और अच्छे पोषण के संबंध में जानकारी, उसके पोषण स्तर की जानकारी और सलाह आंगनबाड़ी केन्द्रों से पूर्णतः निःशुल्क प्राप्त की जा सकती है. इसी कड़ी में राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के लिए पोषण रथ के प्रचार वाहन को रवाना किया गया है. यह पोषण रथ जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर लोगों को जागरूक करने का काम करेगा."

बता दें कि पूरे छत्तीसगढ़ में 12 से 23 सितंबर तक वजन तिहार मनाया जा रहा है. इस बीच प्रदेश के तकरीबन हर आंगनबाड़ी केन्द्रों में 0-6 साल तक के बच्चों के वजन और ऊचांई का रिकॉर्ड दर्ज किया जा रहा है.

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राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान होंगे ये आयोजन: वर्तमान में राष्ट्रीय पोषण माह 2024 का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से किया जा रहा है. इसी कारण वजन तिहार का आयोजन किया गया है. हर साल इसी समय विभाग की ओर से वजन तिहार मनाया जाता है, ताकि बच्चों के सही पोषण की जानकारी मिल सके. हालांकि कुपोषण की स्थिति इसके बाद भी बनी रहती है. इस तिहार के जरिए विभाग का प्रयास रहता है कि कुपोषण के आंकड़ों में कमी लाई जाए.

"आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बच्चों के वजन की जांच करने को कहा था. वैसे तो बच्चों का वजन ठीक है. ऐसा बताया गया है. समय-समय पर यहां से रेडी टू ईट भी मिलता है.": गौतम प्रसाद पटेल, पालक

"आंगनबाड़ी केंद्र में वजन तिहार के जरिए बच्चों की हाइट और वजन जांच रहे हैं. ज्यादातर बच्चों का वजन ठीक है, लेकिन कुछ बच्चों का वजन कम भी है. उन्हें हम लगातार रेडी टू ईट दे रहे हैं. कमजोर बच्चों को अन्य योजनाओं का लाभ भी मिलता है. समय-समय पर उन्हें केला और अंडा दिया जाता है. इसके साथ ही आंगनबाड़ी में गर्म भोजन भी दिया जाता है. जरूरत पड़ने पर बच्चों को पोषण केंद्रों में भी भेजा जाता है, जिन्हें कुपोषण से मुक्त करने का प्रयास रहता है.": पीली बाई केंवट, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

लोगों को जागरूक करने का भी करेंगे काम: इस बारे में जिला कार्यक्रम अधिकारी रेनू प्रकाश ने बताया, "पोषण माह बेहद महत्वपूर्ण है. वजन तिहार में बच्चों के वजन स्तर और अच्छे पोषण के संबंध में जानकारी, उसके पोषण स्तर की जानकारी और सलाह आंगनबाड़ी केन्द्रों से पूर्णतः निःशुल्क प्राप्त की जा सकती है. इसी कड़ी में राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के लिए पोषण रथ के प्रचार वाहन को रवाना किया गया है. यह पोषण रथ जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर लोगों को जागरूक करने का काम करेगा."

बता दें कि पूरे छत्तीसगढ़ में 12 से 23 सितंबर तक वजन तिहार मनाया जा रहा है. इस बीच प्रदेश के तकरीबन हर आंगनबाड़ी केन्द्रों में 0-6 साल तक के बच्चों के वजन और ऊचांई का रिकॉर्ड दर्ज किया जा रहा है.

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