दुर्ग: जम्मू के शिवखोड़ी मंदिर से दर्शन कर वापस लौट रही श्रद्धालुओं की बस आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर हादसे का शिकार हो गई. दुर्घटनाग्रस्त बस में छत्तीसगढ़ के 67 तीर्थयात्री सवार थे. हादसे में तीन तीर्थयात्रियों की जान चली गई. मृतक तीर्थ यात्री दुर्ग के रहने वाले थे. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हादसे पर गहरा दुख जताया है. सीएम ने हादसे में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.
परिजनों ने की मुआवजे की मांग: जिले के पाटन ब्लॉक से तीर्थयात्रा में शामिल हुई मृत महिला अन्नपूर्णा का पार्थिव शरीर सोमवार को उसके ग्राम अमलोरी लाया गया. पार्थिव शरीर का हिंदू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया. मृतक महिला की दो बेटियां हैं. मां की मौत के बाद से दोनों बेटियों की हालत गमगीन है. मां को याद कर दोनों बिलख-बिलख कर रो रहीं हैं. मृतका के पति ने बताया कि, "28 मई को तीर्थ यात्रा के लिए बस राजनांदगांव से रवाना हुई. दुर्ग जिले से 65 लोग बस में सवार थे. 12 दिनों की ये पूरी तीर्थयात्रा थी. सरकार से हमारी मांग है कि हमें मुआवजा दिया जाए." वहीं, मृतका के परिजन मनोज ने कहा कि, "वृंदावन और शिवखोड़ी मंदिर के दर्शन के लिए 28 मई को दुर्ग से निकले थे. बस जब आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर पहुंची तो दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में तीन लोगों की जान चली गई.मरने वालों में मेरे परिजन भी शामिल हैं. दुर्ग सांसद विजय बघेल की मदद से सभी पार्थिव शरीर को पाटन लाया गया.''
उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में हादसा हुआ था. इसमें ज्यादातर दुर्ग के नागरिक थे. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है. आज सुबह तीनों लोगों का दाह संस्कार भी किया गया. सरकार का जो भी प्रावधान होगा, उन्हें दिया जाएगा.-ऋचा प्रकाश चौधरी, कलेक्टर, दुर्ग
बता दें कि बस जम्मू के शिवखोड़ी मंदिर से भक्तों को दर्शन कराकर वापस लौट रही थी. यूपी के आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे में बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 45 लोग घायल हो गए.