देहरादून: मोदी सरकार वक्फ बोर्ड अधिनियम में बड़े संशोधन की तैयारी कर रही है. जिसको लेकर राजनीतिक बहस भी तेज हो गई है. इस बीच उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने बड़ा बयान दिया है. शादाब शम्स ने वक्फ बोर्ड में बड़े घोटाले के आरोप लगाए हैं. साथ ही उन्होंने इसकी सीबीआई जांच की मांग भी की है.
देश में वक्फ बोर्ड को लेकर राजनीति तेज है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से लेकर तमाम मुस्लिम धर्म गुरु समेत राजनीतिक दलों के लोग इस पर अपनी राय रख रहे हैं. देश में वक्फ बोर्ड को लेकर शुरू हुए इस विवाद के बीच उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने भी बड़ा बयान जारी कर इस पर नई बहस शुरू कर दी है. शादाब शम्स ने कहा वक्फ बोर्ड को मिली असीमित शक्ति का दुरुपयोग किया जा रहा है. यदि सही से जांच हुई तो यह देश का सबसे बड़ा घोटाला निकलकर सामने आएगा. शादाब शम्स ने कहा वह मांग करते हैं कि वक्फ बोर्ड की सीबीआई जांच कराई जाये, ताकि हजारों करोड़ की जमीनों पर हुए घोटाले का पर्दाफाश हो सके.
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के पास करीब 80 हजार करोड़ की संपत्ति है. जिसमें करीब 60% वक्फ की संपत्तियों पर विवाद चल रहा है. उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स कहते हैं कभी भी वक्फ बोर्ड की हजारों करोड़ की संपत्ति का सही उपयोग नहीं हुआ है, ना तो इस पर कभी स्कूल बनाए गए ना ही गरीबों के लिए अस्पताल बनाये गये. इन संपत्तियों का केवल बड़े लोगों ने कब्जा कर दुरुपयोग किया है.
वनभूलपुरा अतिक्रमण, रेलवे भूमि विवाद: हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण मामले में रेलवे इसे अपनी जमीन बताता रहा है. यहां से अवैध अतिक्रमण हटाने की कोशिश भी हुई है. अब उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने भी यहां की कई संपत्तियों पर अपना दावा किया है. खास बात यह है कि इसके लिए वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी लगाई है. इस तरह वनभूलपुरा में अवैध अतिक्रमण का यह मामला और भी ज्यादा उलझ गया है. वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने इसकी पुष्टि की है. हालांकि, ईटीवी भारत के पास मौजूद जानकारी के अनुसार बोर्ड जल्द ही अपनी सी याचिका को वापस लेने जा रहा है.
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