ETV Bharat / state

एग्जाम सेंटर के बाहर से 'मुन्ना भाई' गैंग का सरगना अरेस्ट, 16 लाख में हुई थी डील, डमी कैंडिडेट भी पकड़ा गया - UKSSSC LT exam

उत्तराखंड एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है. UKSSSC एग्जाम सेंटर के बाहर से ही पुलिस ने नकल माफिया गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने आखिर समय पर सॉल्वर को भी अरेस्ट किया, जो परीक्षा केंद्र में अंदर जाकर अभ्यर्थी का पेपर देने वाला था. हालांकि उनकी कोशिशों पर उत्तराखंड एसटीएफ ने पहले ही पानी फेर दिया और दोनों को मौके से गिरफ्तार किया.

uttarakhand
उत्तराखंड एसटीएफ की गिरफ्त में दोनों नकल माफिया. (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 19, 2024, 4:24 PM IST

Updated : Aug 19, 2024, 6:12 PM IST

एग्जाम सेंटर के बाहर से 'मुन्ना भाई' गैंग का सरगना अरेस्ट (ETV Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बार फिर से नकल माफियाओं का पर्दाफाश किया है. इस बार नकल माफिया यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग) की सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा (एलटी) में बड़ा खेल करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उससे पहले ही उत्तराखंड एसटीएफ ने नकल माफियाओं को धर-दबोचा और इस मामले का खुलासा किया. उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरोह के मास्टरमाइंड समेत दो लोगों को अरेस्ट किया है.

उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि कुछ समय पहले उन्हें सूचना मिली थी कि यूपी के मेरठ जिले का रहने वाला उधम सिंह भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाला है. ये गिरोह कई राज्यों में सक्रिय है और भर्ती परीक्षाओं में नकल करता है. इसके लिए ये गिरोह अभ्यर्थियों से मोटा पैसा लेता है.

16 लाख में हुआ था सौदा: इसी के साथ ही उत्तराखंड एसटीएफ को ये जानकारी भी मिली कि इस गिरोह का मास्टरमांइड उधम सिंह अपने एक साथी की मदद से 18 अगस्त को यूकेएसएसएससी की एलटी भर्ती परीक्षा में एक अभ्यर्थी की जगह अपने साथी (सॉल्वर) को बैठाकर उसकी परीक्षा दिलवाएगा. इसके लिए आरोपी और अभ्यर्थी के बीच 16 लाख में सौदा तय हुआ है.

पहले भी जेल जा चुका है आरोपी: इसके अलावा उत्तराखंड एसटीएफ को पता चला कि आरोपी उधम सिंह और उसके साथियों पर मेरठ के ब्रह्मपुरी थाने में फर्जी भर्ती को लेकर मुकदमा दर्ज है और इस मामले में वो जेल भी जा चुका है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए उत्तराखंड एसटीएफ ने अपनी अलग-अलग टीमों को हरिद्वार में तैनात किया. तभी उत्तराखंड एसटीएफ को गिरोह के सरगना उधम सिंह और उसके साथी के बारे में सूचना मिली.

परीक्षा केंद्र में जाने से पहले ही दोनों को एसटीएफ ने दबोचा: उत्तराखंड एसटीएफ को मुताबिक उनकी टीम ने आरोपी उधम सिंह और उसके साथी अनुपम कुमार निवासी बिहार को हरिद्वार के मायपुर इलाके में स्थित परीक्षा केंद्र एसवीएम इंटर कॉलेज के बाहर से गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है कि आरोपी उधम सिंह अपने साथी अनुपम कुमार को परीक्षार्थी की जगह परीक्षा में बैठाने जा रहा था, लेकिन उससे पहले उत्तराखंड एसटीएफ ने दोनों को पकड़ लिया.

दोनों के खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज: उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि दोनों के खिलाफ उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों की रोकथाम और निवारण के उपाय) अधिनियम 2023 के तहत कोतवाली हरिद्वार में मुकदमा दर्ज किया गया.

मास्टरमाइंड ने सॉल्वर को बिहार से बुलाया था: आरोपी उधम सिंह ने पेपर साल्व कराने के लिए अनुपम कुमार को बिहार से बुलाया था. उत्तराखंड एसटीएफ के अनुसार अनुपम कुमार को कुलदीप नाम के अभ्यर्थी की जगह पेपर में बैठना था. कुलदीप के रिश्तेदार सचिन से उधम सिंह की बात हुई थी. दोनों के बीच 18 लाख में सौदा तय हुआ था. उधम सिंह इस काम के लिए अनुपन को चार लाख रुपए देता.

ऐसे किया जाता है खेल: प्रवेश पत्र पर कुलदीप सिंह की जगह अनुपम का फोटो प्रिंट कर प्रवेश पत्र तैयार किया गया, ताकि उसको आसानी से अंदर परीक्षा हॉल में जाने का मौका मिल जाए. इस काम के बाद सचिन, उधम सिंह को चार लाख रुपए देता, लेकिन ये होने से पहले उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और कुलदीप की जगह अनुपम अंदर भी नहीं जा पाया.

एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया की उधम सिंह ने 25 मई 2023 में यूपी में आयोजित होने वाली VDO की परीक्षा के लिए अपने खुद के भाई संदीप के लिए पेपर की व्यवस्था की थी. उस पेपर को गाजियाबाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले राहुल ने उधम सिंह को मोबाइल पर सॉल्व करके दिया था. इसके लिए यूपी एसटीएफ ने उदम सिंह को मेरठ से गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पूछताछ में पकड़े गए आरोपी उधम सिंह और अनुपम कुमार से गिरोह के बारे में काफी सारी जानकारियां एसटीएफ को प्राप्त हुई है. जिन पर एसटीएफ आगे की कार्रवाई की योजना बना रही है.

पढ़ें---

एग्जाम सेंटर के बाहर से 'मुन्ना भाई' गैंग का सरगना अरेस्ट (ETV Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बार फिर से नकल माफियाओं का पर्दाफाश किया है. इस बार नकल माफिया यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग) की सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा (एलटी) में बड़ा खेल करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उससे पहले ही उत्तराखंड एसटीएफ ने नकल माफियाओं को धर-दबोचा और इस मामले का खुलासा किया. उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरोह के मास्टरमाइंड समेत दो लोगों को अरेस्ट किया है.

उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि कुछ समय पहले उन्हें सूचना मिली थी कि यूपी के मेरठ जिले का रहने वाला उधम सिंह भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाला है. ये गिरोह कई राज्यों में सक्रिय है और भर्ती परीक्षाओं में नकल करता है. इसके लिए ये गिरोह अभ्यर्थियों से मोटा पैसा लेता है.

16 लाख में हुआ था सौदा: इसी के साथ ही उत्तराखंड एसटीएफ को ये जानकारी भी मिली कि इस गिरोह का मास्टरमांइड उधम सिंह अपने एक साथी की मदद से 18 अगस्त को यूकेएसएसएससी की एलटी भर्ती परीक्षा में एक अभ्यर्थी की जगह अपने साथी (सॉल्वर) को बैठाकर उसकी परीक्षा दिलवाएगा. इसके लिए आरोपी और अभ्यर्थी के बीच 16 लाख में सौदा तय हुआ है.

पहले भी जेल जा चुका है आरोपी: इसके अलावा उत्तराखंड एसटीएफ को पता चला कि आरोपी उधम सिंह और उसके साथियों पर मेरठ के ब्रह्मपुरी थाने में फर्जी भर्ती को लेकर मुकदमा दर्ज है और इस मामले में वो जेल भी जा चुका है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए उत्तराखंड एसटीएफ ने अपनी अलग-अलग टीमों को हरिद्वार में तैनात किया. तभी उत्तराखंड एसटीएफ को गिरोह के सरगना उधम सिंह और उसके साथी के बारे में सूचना मिली.

परीक्षा केंद्र में जाने से पहले ही दोनों को एसटीएफ ने दबोचा: उत्तराखंड एसटीएफ को मुताबिक उनकी टीम ने आरोपी उधम सिंह और उसके साथी अनुपम कुमार निवासी बिहार को हरिद्वार के मायपुर इलाके में स्थित परीक्षा केंद्र एसवीएम इंटर कॉलेज के बाहर से गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है कि आरोपी उधम सिंह अपने साथी अनुपम कुमार को परीक्षार्थी की जगह परीक्षा में बैठाने जा रहा था, लेकिन उससे पहले उत्तराखंड एसटीएफ ने दोनों को पकड़ लिया.

दोनों के खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज: उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि दोनों के खिलाफ उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों की रोकथाम और निवारण के उपाय) अधिनियम 2023 के तहत कोतवाली हरिद्वार में मुकदमा दर्ज किया गया.

मास्टरमाइंड ने सॉल्वर को बिहार से बुलाया था: आरोपी उधम सिंह ने पेपर साल्व कराने के लिए अनुपम कुमार को बिहार से बुलाया था. उत्तराखंड एसटीएफ के अनुसार अनुपम कुमार को कुलदीप नाम के अभ्यर्थी की जगह पेपर में बैठना था. कुलदीप के रिश्तेदार सचिन से उधम सिंह की बात हुई थी. दोनों के बीच 18 लाख में सौदा तय हुआ था. उधम सिंह इस काम के लिए अनुपन को चार लाख रुपए देता.

ऐसे किया जाता है खेल: प्रवेश पत्र पर कुलदीप सिंह की जगह अनुपम का फोटो प्रिंट कर प्रवेश पत्र तैयार किया गया, ताकि उसको आसानी से अंदर परीक्षा हॉल में जाने का मौका मिल जाए. इस काम के बाद सचिन, उधम सिंह को चार लाख रुपए देता, लेकिन ये होने से पहले उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और कुलदीप की जगह अनुपम अंदर भी नहीं जा पाया.

एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया की उधम सिंह ने 25 मई 2023 में यूपी में आयोजित होने वाली VDO की परीक्षा के लिए अपने खुद के भाई संदीप के लिए पेपर की व्यवस्था की थी. उस पेपर को गाजियाबाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले राहुल ने उधम सिंह को मोबाइल पर सॉल्व करके दिया था. इसके लिए यूपी एसटीएफ ने उदम सिंह को मेरठ से गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पूछताछ में पकड़े गए आरोपी उधम सिंह और अनुपम कुमार से गिरोह के बारे में काफी सारी जानकारियां एसटीएफ को प्राप्त हुई है. जिन पर एसटीएफ आगे की कार्रवाई की योजना बना रही है.

पढ़ें---

Last Updated : Aug 19, 2024, 6:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.