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उत्तराखंड STF ने कर्नाटक से दबोचा साइबर ठग, क्रिप्टो करेंसी के नाम पर देशभर से 13 करोड़ रुपए ठगे - साइबर अपराधी राघवेंद्र गिरफ्तार

Cyber criminal arrested from Karnataka उत्तराखंड एसटीएफ ने साइबर अपराधी को कर्नाटक से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी खुद को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यू-ट्यूब चैनल्स को लाइक और सब्सक्राइब करने का टास्क देकर लाभ कमाने के लालच में धोखाधड़ी करता था. आरोपी के खिलाफ 12 राज्यों में शिकायत दर्ज है.

UTTARAKHAND STF
उत्तराखंड एसटीएफ
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 22, 2024, 6:05 PM IST

देहरादूनः क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर लाभ कमाने और फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यू-ट्यूब चैनल्स को लाइक व सब्सक्राइब करने का टास्क देकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सदस्य को उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने कर्नाटक से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ द्वारा किए गए गिरोह के पर्दाफाश पर जानकारी मिली है कि गिरोह द्वारा अभी तक करीब देशभर में 13 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है. गिरफ्तार आरोपी को 12 अलग-अलग राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी.

साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून को शिकायत मिली कि पीड़ित के साथ अज्ञात आरोपियों द्वारा खुद को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यू-ट्यूब चैनल्स को लाइक और सब्सक्राइब करने का टास्क देकर लाभ कमाने की बात कही गई. उसके बाद क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर लाभ कमाने की बात कहते हुए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अलग-अलग वेबसाइट के लिंक भेजकर निवेश के लिए टास्क करने के लिए कहा गया. इसी क्रम में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा आपराधिक षड्यंत्र रचकर पीड़ित को टास्क और क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर अलग-अलग तारीखों में अलग-अलग लेन-देन के माध्यम से ऑनलाइन कुल 18 लाख 11 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई. पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था.

कर्नाटक से किया गिरफ्तार: एसटीएफ की टीम ने घटना में प्रयोग मोबाइल नंबर और आरोपियों द्वारा पीड़ित से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की. पता चला कि पीड़ित की धनराशि दिल्ली और राजस्थान में ट्रांसफर हुई है. जिसके आधार पर टीम को पहले राजस्थान भेजा गया. एसटीएफ टीम ने उन खातों की जानकारी निकाली, जहां राशि ट्रांसफर की गई थी. इसके बाद एसटीएफ टीम ने दो आरोपी कादिर खान निवासी सीकर, राजस्थान और अनीश खान को गिरफ्तार कर धारा 41 सीआरपीसी के तहत कानूनी कार्रवाई की. एसटीएफ ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए दोनों आरोपियों द्वारा जिन अन्य खातों में राशि ट्रांसफर की, उन खातों की जानकारी लेते हुए एक आरोपी राघवेंद्र निवासी कर्नाटक से गिरफ्तार किया गया.
ये भी पढ़ेंः देहरादून में सीवर टैंकर ने बाइक को मारी टक्कर, फूड डिलीवरी ब्वॉय की चली गई जान

कुल 12 राज्यों में दर्ज हैं मुकदमे: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि संगठित गिरोह लोगों के बैंक में करंट अकाउंट खुलवाता है. इसमें ठगी से जुड़े धन राशि को ट्रांसफर करवाने के बाद किसी क्रिप्टो प्लेटफार्म से राशि को क्रिप्टो में बदलकर आगे भेज देते हैं. अपराधी इसके लिए अलग-अलग बैंक खातों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में अभी तक गिरोह द्वारा 13 करोड़ के विवादित लेन-देन की बात सामने आई है. गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ अन्य 11 राज्यों में भी शिकायत दर्ज है. जिसमें आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान और तेलंगाना है. सभी शिकायतों की डिटेल संबंधित राज्यों के साथ साझा की जाएगी.

देहरादूनः क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर लाभ कमाने और फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यू-ट्यूब चैनल्स को लाइक व सब्सक्राइब करने का टास्क देकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सदस्य को उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने कर्नाटक से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ द्वारा किए गए गिरोह के पर्दाफाश पर जानकारी मिली है कि गिरोह द्वारा अभी तक करीब देशभर में 13 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है. गिरफ्तार आरोपी को 12 अलग-अलग राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी.

साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून को शिकायत मिली कि पीड़ित के साथ अज्ञात आरोपियों द्वारा खुद को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यू-ट्यूब चैनल्स को लाइक और सब्सक्राइब करने का टास्क देकर लाभ कमाने की बात कही गई. उसके बाद क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर लाभ कमाने की बात कहते हुए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अलग-अलग वेबसाइट के लिंक भेजकर निवेश के लिए टास्क करने के लिए कहा गया. इसी क्रम में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा आपराधिक षड्यंत्र रचकर पीड़ित को टास्क और क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर अलग-अलग तारीखों में अलग-अलग लेन-देन के माध्यम से ऑनलाइन कुल 18 लाख 11 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई. पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था.

कर्नाटक से किया गिरफ्तार: एसटीएफ की टीम ने घटना में प्रयोग मोबाइल नंबर और आरोपियों द्वारा पीड़ित से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की. पता चला कि पीड़ित की धनराशि दिल्ली और राजस्थान में ट्रांसफर हुई है. जिसके आधार पर टीम को पहले राजस्थान भेजा गया. एसटीएफ टीम ने उन खातों की जानकारी निकाली, जहां राशि ट्रांसफर की गई थी. इसके बाद एसटीएफ टीम ने दो आरोपी कादिर खान निवासी सीकर, राजस्थान और अनीश खान को गिरफ्तार कर धारा 41 सीआरपीसी के तहत कानूनी कार्रवाई की. एसटीएफ ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए दोनों आरोपियों द्वारा जिन अन्य खातों में राशि ट्रांसफर की, उन खातों की जानकारी लेते हुए एक आरोपी राघवेंद्र निवासी कर्नाटक से गिरफ्तार किया गया.
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कुल 12 राज्यों में दर्ज हैं मुकदमे: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि संगठित गिरोह लोगों के बैंक में करंट अकाउंट खुलवाता है. इसमें ठगी से जुड़े धन राशि को ट्रांसफर करवाने के बाद किसी क्रिप्टो प्लेटफार्म से राशि को क्रिप्टो में बदलकर आगे भेज देते हैं. अपराधी इसके लिए अलग-अलग बैंक खातों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में अभी तक गिरोह द्वारा 13 करोड़ के विवादित लेन-देन की बात सामने आई है. गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ अन्य 11 राज्यों में भी शिकायत दर्ज है. जिसमें आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान और तेलंगाना है. सभी शिकायतों की डिटेल संबंधित राज्यों के साथ साझा की जाएगी.

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