किरन कांत शर्मा, देहरादून (उत्तराखंड): भले ही मकर संक्रांति का त्योहार बीत गया हो, लेकिन इसके बाद भी आसमान में रंग-बिरंगी पतंगें उड़ती नजर आ रही हैं. अभी भी छतें पतंगबाजी करने वालों से गुलजार हैं. मकर संक्रांति के दिन तो आसमान पतंगों से सतरंगी रहा. पतंगबाजी को लेकर जमकर क्रेज देखने को मिला, लेकिन ये पतंगें और उसकी डोर कई लोगों के लिए जानलेवा भी साबित हो रही हैं. खासकर चाइनीज मांझा कई लोगों की जान ले चुका है. यही वजह है कि पुलिस चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है.
खतरनाक होता है चाइनीज मांझा: उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात समेत देश के कई हिस्सों में चाइनीज मांझे की वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है. अकेले गुजरात में एक ही दिन में 6 लोगों की जान गई. इसकी वजह पतंगबाजी में इस्तेमाल हो रही डोर यानी मांझा है, जो लोगों की सांस की डोर थाम रहा है. खासकर चाइनीज मांझे से लोगों की गर्दन कट रही है. चाइनीज मांझा नायलॉन (प्लास्टिक) और धातु के मिश्रण से बना होता है.
सामान्य मांझे की तुलना में चाइनीज मांझा काफी धारदार होता है. चाइनीज मांझा आसानी से टूटता भी नहीं है. यही वजह है कि चाइनीज मांझे में फंसने से पक्षी और इंसानों की मौत तक हो जाती है. उत्तराखंड के हरिद्वार में भी चाइनीज मांझे से युवक की गर्दन कटने से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद पूरे राज्य में पुलिस ने बड़े स्तर पर अभियान चलाया हुआ है. पुलिस रोजाना दुकानों में जाकर नायलॉन के इस मांझे को जब्त कर रही है और बेचने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर रही है.
उत्तराखंड में इस दिन होती है सबसे ज्यादा पतंगबाजी: उत्तराखंड में बसंत पंचमी के दिन पतंगबाजी का आयोजन होता है. बड़े स्तर पर लोग पतंगबाजी करते हैं. लिहाजा, पतंग कारोबार से जुड़े लोगों का इस दौरान करोड़ों रुपए का कारोबार होता है. हरिद्वार के रुड़की और ज्वालापुर क्षेत्र में काफी ज्यादा पतंग एवं मांझा बिकता है. वहीं, देहरादून और उधम सिंह नगर में भी बड़े पैमाने पर इसका कारोबार होता है. इस दौरान बड़े पैमाने पर दुकानें लगती हैं. अब इन्हीं दुकानों की तलाशी और पतंग कारोबार से जुड़े लोगों को पुलिस शक भरी निगाह से देख रही है.
पुलिस चला रही अभियान: उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के निर्देश पर पुलिस चाइनीज मांझे के खिलाफ चेकिंग अभियान चला रही है. खासकर देहरादून और हरिद्वार में बड़े स्तर पुलिस का अभियान जारी है. देहरादून के पटेलनगर, प्रेमनगर और डोईवाला क्षेत्र में पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ धारा मु.अ.सं. 18/2025 धारा 223 (ख) बीएनएस मुकदमा दर्ज किया है.
पुलिस ने जलाई मांझे की होली: वहीं, हरिद्वार में भी बड़े स्तर पर पुलिस ने अभियान चलाया हुआ है. हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में लगातार सुबह शाम पुलिस छापेमारी कर रही है. हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल की मानें तो इस काम के लिए पुलिस की टीम अलग से लगाई गई हैं. आने वाले दिनों में चूंकि शहर में पतंगबाजी ज्यादा होगी इसलिए ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जो शहर में चाइनीज मांझा बेचने की कोशिश कर रहे हैं.
इसके साथ ही हरिद्वार और देहरादून में बड़े पैमाने पर चाइनीज मांझा इकट्ठा कर जलाने की कार्रवाई भी की गई है. अब तक 200 से ज्यादा मांझे की पेटी जलाई गई है. जबकि, एक दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ अलग-अलग शहरों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं. हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में पकड़ी गई मांझे की पुलिस ने होली तक जला दी.
खास किस्म की रॉड देकर जान बचा रही पुलिस: वहीं, देहरादून शहर की बात करें तो पुलिस ड्रोन से भी लोगों की छत पर नजर रही है, ताकि, पता चल सके कि कोई चाइनीज मांझा का इस्तेमाल तो नहीं कर रहा है. इसके अलावा पुलिस हरिद्वार, देहरादून और उधम सिंह नगर में चाइनीज मांझे से होने से हादसों को रोकने के लिए खास किस्म की रॉड यानी लोहे की तार का सपोर्ट सिस्टम फ्री में बांट रही है.
इन तीनों ही शहरों के अलग-अलग चौक चौराहों पर पुलिस ऐसे युवाओं को रोककर दोपहिया वाहन में लोहे की रॉड इंस्टॉल कर रही है, ताकि, अगर कोई व्यक्ति तेज गति से गाड़ी चलाता हुआ आता है तो चाइनीज मांझा से उसको कोई नुकसान न पहुंचे. क्योंकि, चाइनीज मांझे की वजह से अक्सर दोपहिया वाहन चालकों की गर्दन कटने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में यह रॉड बाइक या स्कूटी के आगे लगे होने से मांझे को रोक देता है.
लोगों से पुलिस की अपील: देहरादून एसएसपी अजय सिंह कहते हैं कि बाइक या स्कूटी पर चलने वाले लोगों को भी थोड़ा ध्यान रखना होगा. गली मोहल्ले या सड़कों पर गाड़ी सावधानीपूर्वक और धीरे चलाएं. अगर आपके आसपास कोई चाइनीज मांझा बेच रहा या इस डोर से पतंग उड़ा रहा है तो उसकी तत्काल पुलिस को सूचना दें.
अगर आप पैदल भी चल रहे हैं तो यह काफी खतरनाक साबित होता है. क्योंकि, अगर आप तेज चलते हैं तो मांझा यानी डोर आपके पैरों में फंस या उलझ सकता है. जिससे आप गिर सकते हैं या फिर आपको कोई नुकसान पहुंच सकता है. मजबूत और न टूटने वाले इस धागे से कई लोगों को दिक्कत हुई है. इसलिए आम जनमानस को भी इस विषय पर जागरूक होने की जरूरत है.
हरिद्वार में चाइनीज मांझे से कैसे हुई मौत? हाल में ही हरिद्वार में हरिद्वार में नमामि गंगे प्रोजेक्ट में हाइड्रा चलाने वाले अशोक कुमार की चाइनीज मांझे से कटकर मौत हो गई थी. हादसा उस वक्त हुआ, जब वो अपने काम से घर की तरफ जा रहा था. तभी अचानक चाइनीज मांझा उसके गले में फंस गया. मांझे ने उसकी गर्दन को इस कदर काट दिया कि डॉक्टर भी उसे नहीं बचा पाए. ये पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी में भी कैद हो गई. इसी तरह से रुड़की में भी एक पिता और पुत्र बुरी तरह से घायल हो गए.
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