नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट की प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी सेवानिवृत्त होने जा रही है. मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी का कार्यकाल वैसे तो दस अक्टूबर हो पूरा हो रहा है, लेकिन दशहरा की छुट्टी के कारण मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी को कल आठ अक्टूबर हो सेवानिवृत्त दी जाएगी.
अपने छोटे से कार्यकाल में मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी ने फैमली कोर्ट से लेकर आउटसोर्स कर्मचारी के हितों को ध्यान रखते हुए कई बड़े फैसले दिए है. मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी का महिलाओं के उत्थान पर विशेष ध्यान रहा है. तलाक के केसों में मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी ने स्पष्ट किया था कि बेटियों की शादी करने के बाद मां-बाप की जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती. ऐसे समय तो बेटियों को मां-बाप की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. रितु बाहरी ने अपने छोटे से कार्यकाल में कई फैमली कोर्ट से मामलों का निस्तारण किया.
उत्तराखंड हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश बनने से पहले रितु बाहरी पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट की न्यायाधीश थी. मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी मूल रूप से पंजाब के जालंधर की रहने वाली है, वो प्रतिष्ठित वकीलों के परिवार से आती हैं. रितु बाहरी पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट की पहली महिला कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी रही हैं.
वहीं उत्तराखंड हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी के रिटायर्ड होने के बाद आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश नरेंद्र जी को उत्तराखंड हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है. न्यायाधीश नरेंद्र जी को लेकर आदेश भी जारी हो चुके है. न्यायाधीश नरेंद्र जी आगामी 10 अक्टूबर को उत्तराखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे. आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के के न्यायाधीश नरेंद्र जी कर्नाटक हाईकोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश भी रहे हैं. नरेंद्र जी कर्नाटक और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में न्यायिक और प्रशासनिक पक्षों में काफी अनुभवी न्यायाधीश हैं.
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