देहरादून: मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के तहत विदेशों में काम करने के लिए पिछले एक साल में जापान, जर्मनी और इंग्लैंड में हेल्थ सेक्टर में अपनी सेवाएं देने के तैयार किए गए हैं जिनमें से कुछ युवा जापान के लिए रवाना किए जा रहे हैं.
उत्तराखंड का सेवायोजन विभाग विदेश में रोजगार के अवसर दे रहा है. अदर सेल मुख्यमंत्री कौशल यूनियन एवं वैश्विक रोजगार योजना के तहत उत्तराखंड सेवायोजन विभाग द्वारा गठित किए गए विदेश रोजगार प्रकोष्ठ के तहत विदेश में हेल्थ सेक्टर हॉस्पिटेलिटी और अन्य तमाम तरह के सेक्टर में नौकरियों के लिए विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम चल रहा है. जिसके तहत किसी एक खास स्किल को रखने वाले छात्रों को एक विशेष लैंग्वेज ट्रेनिंग देकर उस देश में भेजा जाता है. सेवायोजन विभाग द्वारा लगातार इन युवाओं को विदेशों में अपनी देखरेख में रखा जाता है.
साल 2021 में शुरू हुई मुख्यमंत्री कौशल यूनियन एवं वैश्वीकरण रोजगार योजना के तहत पिछले 1 साल में जापान, जर्मनी और इंग्लैंड के लिए अलग-अलग लैंग्वेज प्रोग्राम के तहत हेल्थ सेक्टर और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए युवा तैयार किए गए हैं. उत्तराखंड सेवायोजन विभाग की उपनिदेशक चंद्रकांता रावत ने बताया कि सेवायोजन विभाग प्रदेश भर से विशेष स्किल रखने वाले होनहार युवाओं को यह लैंग्वेज ट्रेनिंग दे रहा है. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा गठित किए गए विदेश रोजगार प्रकोष्ठ द्वारा विदेशों में नौकरियों के लिए एंपलॉयर आमंत्रित किए जाते हैं. ये एंपलॉयर युवाओं की स्किल को देखकर उनका चयन करते हैं. चयन होने के बाद इन छात्रों को उस देश की लैंग्वेज ट्रेनिंग दी जाती है. उन्होंने बताया कि इस विशेष लैंग्वेज ट्रेंनिंग प्रोग्राम के तहत छात्रों को विदेश में हाय पे स्केल में नौकरी मिलती है और पिछले 1 साल की मेहनत अब धरातल पर उतरने वाली है.
अब तक क्या हुआ?
- जापान के लिए 33 छात्र एल्डर्ली केयर गिवर के लिए ट्रेंड किए गए हैं, जिसमें से 20 लोगों ने इंटरव्यू पास किया है. 13 लोग सेलेक्ट होकर ऑफर लेटर पा चुके हैं.
- जर्मनी के लिए 12 छात्रों का नर्सिंग के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम आखिरी चरण में चल रहा है.
- इंग्लैंड के लिए 5 छात्र और जापान के लिए हॉस्पिटेलिटी सेक्टर के लिए 15 बच्चे ट्रेनिंग ले रहे हैं.
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