प्रयागराज : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस वे के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने शनिवार को किया. गंगा एक्सप्रेस वे का निरीक्षण करने के बाद कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि एक्सप्रेस का निर्माण तेज गति से किया जा रहा है. कोशिश है कि महाकुम्भ 2025 तक यह एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो जाए. इससे कुम्भ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिलेगा.
2021 में शुरू हुआ था गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण : औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी शनिवार को प्रयागराज से मेरठ के बीच बन रहे गंगा एक्सप्रेस वे के कार्यों का कई स्थानों पर निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों के जानकारी लेने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता भी परखी. कैबिनेट मंत्री ने प्रयागराज से लेकर प्रतापगढ़ तक एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य का कई स्थानों पर निरीक्षण किया. गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास 18 दिसंबर 2021 को पीएम नरेंद्र मोदी ने शाहजहांपुर में किया था. 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ के बिजौली से शुरू होकर प्रयागराज के जूड़ापुर दांदू गांव में समाप्त होगा. गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद मेरठ से प्रयागराज की दूरी 8 घंटे में तय हो सकेगी.
36 हजार 230 करोड़ से बन रहा है एक्सप्रेस वे : मेरठ से बरेली से तक 36 हजार 230 करोड़ रुपये की लागत से यूपी के सबसे बड़े 594 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे का निर्माण हो रहा है. गंगा एक्सप्रेसवे पर एनएच चैनेज 601 से चैनेज 565 किलोमीटर के बीच चल रहे निर्माण कार्यों का कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने निरीक्षण किया. गंगा एक्सप्रेसवे प्रदेश के 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा. जिसके निर्माण का बजट अभी तक 36 हजार 230 करोड़ रुपये बताया गया है. अभी यह एक्सप्रेस वे 6 लेन का बनाया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर इसे 8 लेन का कर दिया जाएगा. कैबिनेट मंत्री ने कहा है कि मां गंगा जीवनदायिनी हैं, जहां से गुजरती हैं वहां पर तरक्की और विकास होता है. इसलिए गंगा एक्सप्रेस वे प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा.