मिर्जापुर : श्रद्धालु के एक करोड़ 48 लाख 50 हजार रुपए गलती से तीर्थ पुरोहित के एसबीआई खाते में पहुंच गए. मामला मंगलवार की शाम का है. मैसेज देखकर पुरोहित हैरान रह गए. मनी कैपिटल लिमिटेड कंपनी के श्रद्धालु ने गलती से ये रकम श्री मां विंध्यवासिनी सेवा समिति संस्था के खाते में ट्रांसफर कर दी थी. इसके बाद पुरोहित ने दरियादिली दिखाई. चेक के जरिए 24 घंटे के अंदर ही पूरी रकम वापस कर दी.
विंध्याचल धाम के रहने वाले मोहित मिश्रा और बादल मिश्रा का एसबीआई में श्री मां विंध्यवासिनी सेवा समिति संस्था के नाम से ज्वाइंट खाता है. मोहित मिश्रा के अनुसार 27 अगस्त की शाम को मनी कैपिटल लिमिटेड कंपनी के श्रद्धालु के एक करोड़ 48 लाख 50 हजार रुपये इस खाते में आ गए. मैसेज देखकर वह हैरान रह गए. रुपये किसके हैं, और कैसे पहुंचे. इसके बारे में वह पता लगा ही रहे थे कि उमेश शुक्ला के नाम के एक श्रद्धालु का फोन आया.
उन्होंने बताया कि गलती से ये रुपये खाते में पहुंचे हैं. तब तक बैंक बंद हो चुका था. 24 घंटे के अंदर दरियादिली दिखाते हुए तीर्थ पुरोहित ने बैंक जाकर चेक के माध्यम से एचडीएफसी बैंक से आए रुपये को वापस कर दिया. तीर्थ पुरोहित की इस ईमानदारी की जमकर सराहना हो रही है.
श्री मां विंध्यवासिनी सेवा समिति संस्था विंध्याचल धाम में पूजा-पाठ के साथ जागरण व भंडारा भी कराती है. देश-विदेश के लोग संस्था को डोनेट करते रहते हैं. मनी कैपिटल लिमिटेड कंपनी के श्रद्धालु ने भी 11000 रुपये मंगलवार को डोनेट किया था. दूसरी बार श्रद्धालु को कहीं और रुपये भेजने थे, लेकिन गलती से एक करोड़ 48 लाख 50 हजार रुपए फिर से संस्था के खाते में चला गया.
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