कानपुर : बिल्हौर तहसील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सपा नेत्री रचना सिंह कार्रवाई की मांग को लेकर बुधवार से बेमियादी भूख हड़ताल कर रहीं थीं. उनके साथ तमाम समर्थक और ग्रामीण भी थे. सपा नेत्री भ्रष्ट अफसरों पर मुकदमा दर्ज कारने की मांग कर रहीं थीं. इसके पूर्व भी इस मामले को लेकर आवाज उठा चुकी हैं. शुक्रवार को भूख हड़ताल के तीसरे दिन उनकी तबीयत बिगड़ गई. रात 10 बजे पुलिस व तहसील के प्रशासनिक अधिकारी अनशन स्थल पर पहुंच गए. इसके बाद सपा नेत्री व उनके पति सपा नेता पंकज यादव, कोटेदार रामबेटी को धरना स्थल से जबरन हटवा दिया.
बिल्हौर तहसील में भ्रष्टाचार का आरोप लगा. इसी मुद्दे को लेकर पूर्व में सपा नेत्री रचना सिंह ने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया था. जिलाधिकारी के कोटा बहाल करने के आश्वासन पर धरना समाप्त हो गया था. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हुई. इसे लेकर बुधवार की सुबह से सपा नेत्री रचना सिंह तहसील परिसर में भूख हड़ताल पर बैठ गईं थीं. शुक्रवार को तीसरे दिन तेजी से उनका स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा था.
![सपा नेत्री की ओर से पुलिस को लिखा गया पत्र.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/24-08-2024/up-knp-01-bilhaur-tahesil-sapa-netri-bhukhhadtal-dharnapradarshan-se-police-ne-utaya-pkg-upc10148_24082024000723_2408f_1724438243_1043.jpg)
इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन को एक महीना होने जा रहा है. कार्रवाई नहीं हो रही है. फर्जी तरीके से अरौल गांव में राशन डीलर का कोटा निरस्त कर दिया है. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती है, तब तक हम अनशन पर बैठे रहेंगे. सपा नेत्री रचना सिंह ने पुलिस व तहसील प्रशासनिक अधिकारियों की मंशा को भापते हुए पुलिस कमिश्नर को एक चिट्ठठी भी लिखी. आशंका जताई कि पुलिस व उपजिलाधिकारी बिल्हौर उनके अनशन में बाधा डाल सकते हैं.
तबीयत बिगड़ने पर बिल्हौर स्वास्थ्य महकमे की टीम मौके पर पहुंची. टीम ने रचना सिंह के स्वास्थ्य की जांच की. इसके बाद अफसरों को उसका अपडेट दिया. रात में करीब 10 बजे पुलिस और तहसील के अफसर मौके पर पहुंचे. इसके बाद सपा नेत्री, उनके पति, कोटेदार समेत अन्य समर्थकों को वहां से हटा दिया गया.
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