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कलाई पर सजने के साथ भाइयों की जान भी बचाएगी 'रुद्राक्ष राखी', मुसीबत आने पर इमरजेंसी नंबरों पर पहुंचेगी कॉल - Gorakhpur ITM GIDA Invention - GORAKHPUR ITM GIDA INVENTION

इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा की छात्राओं ने इस बार रक्षाबंधन के त्यौहार पर खास तरह की राखी तैयार की है. यह खूबसूरत होने के साथ कई गुणों से भी भरपूर है. यह मुसीबत के समय लोगों की जान बचाने का बेहतर जरिया साबित हो सकता है.

रक्षाबंधन पर छात्राओं ने बनाई खूबियों से भरपूर राखी.
रक्षाबंधन पर छात्राओं ने बनाई खूबियों से भरपूर राखी. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 19, 2024, 12:42 PM IST

छात्राओं ने तैयार की खास राखी. (Video Credit; ETV Bharat)

गोरखपुर : रक्षाबंधन पर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा की छात्राओं ने अनोखी राखी तैयार की है. खूबियों से भरपूर यह रुद्राक्ष राखी भाइयों की कलाई पर सजने के साथ उनकी जान भी बचाएगी. इसे बनाने में दो सप्ताह का समय लगा. इसमें एक सैटेलाइट रेडियो सिग्नल चिप लगाया गया है. किसी भी मुसीबत में यह विभिन्न नंबरों पर कॉल करेगी और लोकेशन भी भेज देगी. इससे संबंधित व्यक्ति तक कुछ ही देर में मदद पहुंच जाएगी.

संस्थान की बीसीए द्वितीय वर्ष की छात्राओं श्रेया मिश्रा, अंकिता राय, किरन यादव और अंशिका तिवारी ने इस खास राखी को तैयार किया है. छात्रा अंकिता राय ने बताया कि रुद्राक्ष राखी कलाई पर बांधते ही एक्टिव हो जाती है. यह मुसीबत में उनकी सहायता भी करती है. इस राखी में एक सैटेलाइट रेडियो सिग्नल चिप लगाया गया है. इसके जरिए मुसीबत के समय बिना मोबाइल फोन के इमरजेंसी नंबरों पर कॉल और लोकेशन भेजा जा सकता है.

श्रेया मिश्रा ने बताया कि हर साल सड़क दुर्घटनाओं में हजारों जानें चली जाती हैं. ज्यादातर लोगों की मौत समय से अस्पताल न पहुंचने के कारण हो जाती है. इसे ध्यान में रखते हुए इस राखी को बनाया गया है. यह भाई की कलाई की शोभा बढ़ाने के साथ सड़क दुर्घटना में भी उनकी मदद करेगा. रुद्राक्ष राखी एक बार चार्ज करने पर 5 से 6 महीने तक चलेगी. इसे बनाने में दो हजार रुपये का खर्च आया है. 2 सप्ताह में इसे तैयार किया गया है.

राखी को बनाने में दो सप्ताह का समय लगा.
राखी को बनाने में दो सप्ताह का समय लगा. (Photo Credit; ETV Bharat)

इस खास राखी को बनाने में रेडिओ सिग्नल चिप, कॉइन सेल तीन वोल्ट, ऑटोमेटीक सेंसर स्विच, सिग्नल रिसीवर इत्यादि उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है. संस्थान के निदेशक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि संस्थान के इन्नोवेशन सेल मे छात्र - छात्राएं लगातार देश व समाज हित में कुछ न कुछ नया करते हैं. इस बार छात्राओं ने रक्षाबंधन पर्व को ध्यान मे रखते हुए भाइयों की रक्षा के लिए एक सेटेलाइट रुद्राक्ष राखी बनाई है. छात्राओं के द्वारा किया गया यह प्रयास बहुत ही सराहनीय है.

संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल का कहना है छात्राओं की इस उपलब्धि को विस्तार देने का प्रयास किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : लखनऊ शहर में LDA दे रहा 2000 फ्लैट्स, 13 से 70 लाख रुपये तक कीमत, सरकारी कर्मचारियों को विशेष छूट; जानिए डिटेल

छात्राओं ने तैयार की खास राखी. (Video Credit; ETV Bharat)

गोरखपुर : रक्षाबंधन पर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा की छात्राओं ने अनोखी राखी तैयार की है. खूबियों से भरपूर यह रुद्राक्ष राखी भाइयों की कलाई पर सजने के साथ उनकी जान भी बचाएगी. इसे बनाने में दो सप्ताह का समय लगा. इसमें एक सैटेलाइट रेडियो सिग्नल चिप लगाया गया है. किसी भी मुसीबत में यह विभिन्न नंबरों पर कॉल करेगी और लोकेशन भी भेज देगी. इससे संबंधित व्यक्ति तक कुछ ही देर में मदद पहुंच जाएगी.

संस्थान की बीसीए द्वितीय वर्ष की छात्राओं श्रेया मिश्रा, अंकिता राय, किरन यादव और अंशिका तिवारी ने इस खास राखी को तैयार किया है. छात्रा अंकिता राय ने बताया कि रुद्राक्ष राखी कलाई पर बांधते ही एक्टिव हो जाती है. यह मुसीबत में उनकी सहायता भी करती है. इस राखी में एक सैटेलाइट रेडियो सिग्नल चिप लगाया गया है. इसके जरिए मुसीबत के समय बिना मोबाइल फोन के इमरजेंसी नंबरों पर कॉल और लोकेशन भेजा जा सकता है.

श्रेया मिश्रा ने बताया कि हर साल सड़क दुर्घटनाओं में हजारों जानें चली जाती हैं. ज्यादातर लोगों की मौत समय से अस्पताल न पहुंचने के कारण हो जाती है. इसे ध्यान में रखते हुए इस राखी को बनाया गया है. यह भाई की कलाई की शोभा बढ़ाने के साथ सड़क दुर्घटना में भी उनकी मदद करेगा. रुद्राक्ष राखी एक बार चार्ज करने पर 5 से 6 महीने तक चलेगी. इसे बनाने में दो हजार रुपये का खर्च आया है. 2 सप्ताह में इसे तैयार किया गया है.

राखी को बनाने में दो सप्ताह का समय लगा.
राखी को बनाने में दो सप्ताह का समय लगा. (Photo Credit; ETV Bharat)

इस खास राखी को बनाने में रेडिओ सिग्नल चिप, कॉइन सेल तीन वोल्ट, ऑटोमेटीक सेंसर स्विच, सिग्नल रिसीवर इत्यादि उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है. संस्थान के निदेशक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि संस्थान के इन्नोवेशन सेल मे छात्र - छात्राएं लगातार देश व समाज हित में कुछ न कुछ नया करते हैं. इस बार छात्राओं ने रक्षाबंधन पर्व को ध्यान मे रखते हुए भाइयों की रक्षा के लिए एक सेटेलाइट रुद्राक्ष राखी बनाई है. छात्राओं के द्वारा किया गया यह प्रयास बहुत ही सराहनीय है.

संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल का कहना है छात्राओं की इस उपलब्धि को विस्तार देने का प्रयास किया जाएगा.

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