वाराणसी : बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन करने पहुंचे दक्षिण भारत के दल के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. 40 लोगों के ग्रुप के साथ आए बस ड्राइवर ने गुरुवार शाम चौक थाने में तहरीर देकर कहा है कि वह मोबाइल में व्यस्त था, इसी बीच उचक्का मोबाइल फोन समेत अन्य सामान लेकर भाग गया. बता दें कि इससे पहले इस मामले में लोकल गाइड पर शक आया था. हालांकि उसकी संलिप्तता नहीं मिली.
चौक इंस्पेक्टर ने बताया कि इस पूरे मामले में तीर्थयात्रियों के ड्राइवर वेंकट रमना ने दोपहर चौक थाने में अज्ञात के खिलाफ तहरीर थी. चौक थाना प्रभारी विमल मिश्रा का कहना है कि बुधवार को घटना के बाद से ही सीसीटीवी फुटेज के जरिए चौक व दशाश्वमेध पुलिस चोर की तलाश में संदिग्धों पर नज़र रख रही है. दरअसल दक्षिण भारत से 40 यात्रियों का ग्रुप दो दिन पूर्व खुद की बस से काशी पहुंचा था.
बुधवार की सुबह सभी तीर्थयात्री अपने ड्राइवर वेंकट रमना के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने पहुंचे. यात्री लाहौरी टोला मार्ग से कॉरिडोर पहुंचे और अपने मोबाइल ड्राइवर को देकर दर्शन करने चले गए. ड्राइवर ने सभी 17 मोबाइल गमछे में बांधे और कॉरिडोर में बने रेस्तरां के बाहर बैठकर उनका इंतजार करते हुए मोबाइल चलाने लगा. उसने मोबाइल की पोटली बगल में रखी थी. इस बीच ड्राइवर वेंकट मोबाइल चलाने में इतना मशरूफ हो गया कि मौका ताड़कर उचक्का मोबाइल की पोटली लेकर झटके से फरार हो गया. सीसीटीवी फुटेज में उच्चक्का मोबाइल की पोटली लेकर भागते दिख रहा है.
उधर, ड्राइवर का ध्यान मोबाइल से हटा तो पोटली गायब देखकर सन्न रह गया. उसने आसपास लोगों से पूछताछ की और खुद भी घाट से लेकर गली तक मोबाइल की पोटली के बारे में लोगों से जानने का काफी प्रयास किया मगर सफलता नहीं मिली. उधर यात्री जब दर्शन करके लौटे तो ड्राइवर की बात सुन सभी सकते में आ गए. यात्रियों ने ज्ञानवापी कंट्रोल रूम जाकर पुलिस से सम्पर्क किया.
विश्वनाथ मंदिर चौकी इंचार्ज ने देर शाम तक इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली और उच्चक्के का वीडियो दशाश्वमेध और चौक थाने भेजकर सर्च अभियान चलाया, लेकिन कोई सुराग न मिल सका. हारकर ड्राइवर वेंकट रमन ने गुरुवार को थाने में तहरीर दी. चौक और दशाश्वमेध पुलिस युवक की तलाश कर रही है.