बहराइच : खैरीघाट इलाके में मां के साथ सो रहे 5 साल के बच्चे को भेड़िया जबड़े में दबाकर उठा ले गया. मां के शोर मचाने पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. वन विभाग की टीम भी पहुंच गई. रातभर बच्चे की तलाश चलती रही. मंगलवार की सुबह खेत में बच्चे का क्षत-विक्षत शव मिला. फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की. सोमवार को भी भेड़िए ने एक महिला को निवाला बनाया था. लगातार दो दिनों में 2 लोगों की जान चा चुकी है. इससे पहले भी अलग-अलग घटनाओं में भेड़िए के हमले में 6 बच्चों की मौत हो चुकी है.
खैरीघाट थाना क्षेत्र में दीवान पुरवा गांव में सज्जन परिवार समेत रहते हैं. वह किसान हैं. परिवार में पत्नी रोली के अलावा दो बेटे और एक बेटी है. इनमें से बेटी सबसे बड़ी है. सोमवार की रात 5 साल का अयांश अपनी मां रोली के साथ घर के आंगन में सो रहा था. इस दौरान रात करीब 3 बजे खूंखार भेड़िया दबे पांव घर में घुस गया. परिवार के अन्य सदस्य भी गहरी नींद में थे. भेड़िया जबड़े में दबाकर अयांश को उठा ले गया. बच्चे की चीख सुनकर मां की नींद खुली. इसके बाद महिला के शोर मचाने पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. वन विभाग की टीम भी आ गई.
उप्र की तराई में चाहे बहराइच हो, पीलीभीत, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी या अन्य कोई जगह, सब जगह से जंगली जानवरों के आदमखोर होने की खबरें आ रही हैं जिससे प्रदेशवासियों के हताहत होने के दुखद समाचार मिल रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 26, 2024
ऐसे हादसे दो तरह से भाजपा सरकार की नाकामी को दर्शाते हैं। एक तरफ़ भाजपा राज… pic.twitter.com/p2CJ5LlGbG
रातभर चलती रही तलाश : ग्रामीणों के साथ वन विभाग के कर्मचारी पूरी रात बच्चे की तलाश करते रहे, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया. गन्ने के खेत समेत अन्य जगहों पर भी तलाशा गया. मंगलवार की सुबह धान के खेत में अयांश का क्षत-विक्षत शव मिला. बेटे का शव देख मां होश खो बैठी. परिवार के अन्य सदस्यों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया.
रविवार को हुई थी महिला की मौत : गांव के लोगों के अनुसार कई दिनों से इलाके में भेड़िए का आतंक है. भेड़िए के हमले में अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है. इसके बावजूद भेड़िए को पकड़ा नहीं जा सका है. लोगों को रात-रातभर जागकर अपने मवेशी और बच्चों की सुरक्षा करनी पड़ रही है. रविवार की रात हरदी थाना के कुम्हारनपुरवा गांव में भी भेड़िए के हमले में 45 वर्षीय रीता देवी की भी मौत हो गई थी.
खैरीघाट थाना के लोनियन पुरवा में भेड़िए के हमले में 22 वर्षीय काजल समेत करीब 36 लोग भेड़िए के हमले में घायल हो चुके हैं. लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीण दहशत में हैं. उन्होंने जल्द ही भेड़िए को पकड़ने की मांग की है. वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए इस समस्या को लेकर सरकार पर निशाना साधा.
डीएम ने किया गांव का दौरा : डीएम मोनिका राय ने बताया कि जिन गांवों में भेड़िए का आतंक है, वहां टीमें लगाई गईं हैं. उन 32 गांवों में भेड़िया नहीं जा रहा है. वह दूसरे गांवों में जाने लगा है. इसे लेकर दूसरी रणनीति बनाई गई है. वन विभाग के साथ ही पुलिस-प्रशासन की भी टीम लगी हुई है. जिनके घर गन्ने के खेत के पास हैं, ग्राम प्रधानों के जरिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है. पूरा भरोसा है कि जल्द ही वन विभाग की टीम मामले में बड़ी कार्रवाई करेगी.
अब तक इतने बच्चों को बना चुका निवाला : 25 अगस्त को हरदी थाना के कुम्हारनपुरवा निवासी 45 वर्षीय रीता देवी की भेड़िए के हमले में मौत हो गई थी. 22 अगस्त को भटौली की 5 वर्षीय खुशबू, 18 अगस्त को सिंगिया नसीरपुर निवासी 4 वर्षीय संध्या, 3 अगस्त को कोलैला का 8 वर्षीय किशन, 27 को नकवा की 2 वर्षीय प्रतिभा, 17 जुलाई को मक्कापुरवा के 1 वर्षीय अख्तर रजा, 23 मार्च को नयापुरवा के डेढ़ वर्षीय छोटू, 10 मार्च को मिश्रनपुरवा की 3 वर्षीय सायरा को भेड़िया उठा ले गया था.
डीएम-एसपी भी कर चुके हैं गश्त : इनमें से छह बच्चों के शव मिल चुके हैं, जबकि सायरा का अभी तक पता नहीं चल पाया है. जिन गांवों में भेड़िए के हमले की घटनाएं हो चुकी हैं, वहां डीएम, एसपी के साथ वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी कई बार गश्त कर चुके हैं. इसके बावजूद भेड़िया पकड़ा नहीं जा सका. क्षेत्रीय विधायक सुरेश्वर सिंह भी कई बार गांवों में पहुंचकर लोगों से सचेत रहने की बात कह चुके हैं.
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