आगरा : जन्माष्टमी पर सोमवार की आधी रात हिंदू संगठन का पदाधिकारी आरती की थाल लेकर जामा मस्जिद के पास पहुंच गया. ये देखकर वहां तैनात पुलिसकर्मी हैरान रह गए. पदाधिकारी ने दावा किया कि जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि के केशव देव के विग्रह दबे हैं. वह उनकी पूजा करने जा रहा है. इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. वहीं श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गर्भ गृह में जन्माष्टमी मनाने जा रहीं महिला मोर्चा की अध्यक्ष को भी पुलिस ने रोक लिया.
लंबे समय से हिंदू संगठन आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि के केशव देव मंदिर के विग्रह दबे होने का दावा करते चले आ रहे हैं. मशहूर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर भी कह चुके हैं कि मुगल बादशाह औरंगजेब ने मथुरा के मंदिर को ध्वस्त करके वहां से केशव देव भगवान के विग्रह को जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबाया था. इस पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट ने आगरा के कोर्ट में वाद दायर किया. मामला कोर्ट में विचाराधीन है. जामा मस्जिद का एएसआई सर्वे कराने की मांग की जा रही है. इसके साथ ही एक अन्य वाद अधिवक्ता अजय प्रताप ने भी आगरा दीवानी न्यायालय में वाद दाखिल किया है. इसकी भी सुनवाई चल रही है.
जामा मस्जिद के बाहर पहुंच लगाए जयकारे : अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश संयोजक गोपाल चाहर सोमवार आधी रात आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन की ओर से जामा मस्जिद के बाहर आरती की थाल लेकर पहुंच गए. थाल में कपूर जल रहा था. उन्होंने जामा मस्जिद के बाहर नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल के जयकारे लगाए. जामा मस्जिद की सीढ़ियों की आरती करने का प्रयास किया. इस पर वहां पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने गोपाल चाहर को हिरासत में लिया है.
विधिक कार्रवाई की तैयारी : मंटोला थाना प्रभारी निरीक्षक सत्यदेव शर्मा ने बताया कि गोपाल चाहर को आरती की थाल के साथ हिरासत में लिया गया है. देर रात पूछताछ की गई. इसके साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचना दी गई. इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देश पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.
औरंगजेब लाया था मथुरा से विग्रह और पुरावशेष : वरिष्ठ इतिहासकार राजकिशोर 'राजे' बताते हैं कि, मुगल शहंशाह शाहजहां की सबसे प्रिय बेटी जहांआरा ने अपने वजीफे की 5 पांच लाख रुपये की रकम से सन 1643 से 1648 के बीच जामा मस्जिद का निर्माण कराया था. शाहजहां को कैद करके औरंगजेब जब मुगलिया सल्तनत का बादशाह बना था. औरंगजेब ने 16 वीं शताब्दी के सातवें दशक में मथुरा के केशवदेव मंदिर को ध्वस्त किया था. केशवदेव मंदिर की मूर्तियों के साथ ही तमाम पुरावशेष आगरा लाकर जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबाया था.
इसके बारे में तमाम इतिहासकारों ने अपनी पुस्तकों में लिखा है. इसमें औरंगजेब के सहायक रहे मुहम्मद साकी मुस्तइद्दखां ने अपनी पुस्तक 'मआसिर-ए-आलमगीरी' में, प्रसिद्ध इतिहासकार जदुनाथ सरकार की पुस्तक 'ए शॉर्ट हिस्ट्री ऑफ औरंगजेब' में, मेरी पुस्तक 'तवारीख-ए-आगरा' में और मथुरा के महशहूर साहित्यकार प्रो. चिंतामणि शुक्ल की पुस्तक ' मथुरा जनपद का राजनीतिक इतिहास' में भी जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे मूर्तियां दबाने का विस्तार से जिक्र किया है.
पुलिस ने फरह टोल पर हिंदूवादियों को रोका : अखिल भारत हिंदू महासभा की आगरा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर को फरह के पास पुलिस ने रोक लिया. मीरा राठौर ने जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गर्भ गृह में श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाने का ऐलान किया था. पुलिस ने मीरा के साथ विपिन राठौर और राहुल सिंह भी रोका है. जिस पर हिंदू महासभा कार्यकर्ता टोल पर ही बैठ गए. मथुरा में जन्मभूमि पर श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाने जाने वाली मीरा राठौर ने पिछले दिनों सावन माह में ताजमहल में गंगाजल भी चढ़ाकर सुर्खियों में आई थी. उसने ताजमहल के मुख्य मकबरे पर भगवा लहराया था. इससे पहले कांवड़ लेकर ताजमहल पर जाने पर बैरियर पर पुलिस ने रोक लिया था.