खूंटी : जिले में 56 करोड़ रुपये की लागत से बनी शहरी जलापूर्ति योजना अधूरी पड़ी है. इससे इस भीषण गर्मी में लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ सकता है. नगर पंचायत के अनुसार गर्मी शुरू होने से पहले ही शहर में करीब 350 हैंडपंप खराब हो गये हैं, जिन्हें दुरुस्त करने का काम नगर पंचायत ने शुरू कर दिया है. लेकिन शहर में जलापूर्ति योजना का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है. इससे एजेंसी और नगर पंचायत की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं.
नगर पंचायत क्षेत्र के तजना वियर से शहरवासियों को प्रतिदिन दो लाख गैलन पानी की आपूर्ति की जाती है. दशकों पहले बना तजना वियर किसी तरह शहरवासियों को पानी उपलब्ध करा पा रहा है, लेकिन मई महीने में भीषण गर्मी से सभी जलाशयों के सूखने के बाद इसमें भी जल संचयन कम मात्रा में होती है. शहर के लिए करोड़ों रुपये की लागत से बन रही यह परियोजना अगर समय पर पूरी हो गयी होती, तो शायद शहरवासियों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा.
काम हो चुका है पूरा, एजेंसी का दावा
हालांकि एजेंसी प्रबंधक ने दावा किया कि काम पूरा हो चुका है. फिलहाल इसका ट्रायल चल रहा है, ट्रायल के तहत लोगों को पानी मिल रहा है. लेकिन इस गर्मी में शहरवासियों को इस योजना से पूरा पानी नहीं मिल पाएगा.
नगर प्रशासक दीप्रिया मिंज दावा कर रही हैं कि पानी की कोई समस्या नहीं होगी. शहरी जलापूर्ति योजना के पूरा नहीं होने के सवाल पर नगर प्रशासक एजेंसी का बचाव करती दिखीं. उन्होंने कहा कि दो जोन में योजना का ट्रायल शुरू हो चुका है. इस वर्ष सभी जोन में ट्रायल शुरू करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. गौरतलब है कि यह योजना पिछली रघुवर सरकार के कार्यकाल में शुरू की गयी थी, लेकिन करीब पांच साल बाद भी यह पूरी नहीं हो पायी है.
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