लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के बस बेड़े में आने वाले दिनों में सुपर लग्जरी बसें शामिल की जाएंगी. इससे यात्रियों को बेहतर बस सुविधा मिलने का रास्ता खुल जाएगा. ऐसा इसलिए संभव हो पाएगा, क्योंकि योगी सरकार के मंत्रियों और विधायकों ने मुख्यमंत्री को पिछले दिनों लखनऊ से अयोध्या के बीच रोडवेज की सुपर लग्जरी पवन हंस बसों से सफर का बेहतर फीडबैक दिया है. माननीयों ने कहा है कि ये बसें यात्रा के लिए बहुत ही बेहतर हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन निगम को सुपर लग्जरी पवन हंस बसें खरीदने के निर्देश दिए हैं. अब परिवहन निगम ने अपनी फ्लीट में लग्जरी बसों को शामिल करने का प्लान बनाना शुरू कर दिया है.
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के आह्वान पर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री और विधायकों के अलावा विपक्षी दलों के विधायकों ने भी लखनऊ से अयोध्या तक का सफर रोडवेज की 10 वॉल्वो पवन हंस बस से तय किया था. यहां पर सभी विधायकों, मंत्रियों ने भगवान राम के मंदिर में भगवान श्री राम के दर्शन किए थे. वापस इन्हीं बसों से माननीय अयोध्या से लखनऊ आए थे. इसके बाद इन पवन हंस बसों का माननीयों ने खूब बखान किया. अपनी सुखद और सुगम यात्रा का विवरण दिया. जिससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोडवेज के बस बेड़े में इसी तरह की बस सेवाएं बढ़ाने का निर्देश परिवहन निगम को दिया. मुख्यमंत्री का मकसद है कि इसी तरह की बस सेवाओं से परिवहन निगम की छवि जनता की नजर में उज्जवल होगी. जनता को बेहतर बस सुविधा मिल सकेगी. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब परिवहन निगम ने रोडवेज के बस बेड़े में तकरीबन 500 लग्जरी बसें शामिल करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है.
बसों की खरीद के लिए दिया गया बजट : प्रदेश सरकार लगातार परिवहन निगम को नई बसों की खरीद के लिए बजट उपलब्ध करा रही है. इस बार के बजट में भी योगी आदित्यनाथ सरकार ने परिवहन निगम को 500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. पिछले बजट में भी 400 करोड़ रुपये परिवहन विभाग को निगम को मिले थे. इससे अब परिवहन निगम की फ्लीट में नई बस सेवाएं जोड़ी जा रही हैं. कुंभ तक 5000 नई बसें बेड़े में शामिल करने का परिवहन निगम ने लक्ष्य निर्धारित किया है.
जल्द शामिल होंगी इलेक्ट्रिक बसें : परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि जल्द ही यूपीएसआरटीसी की फ्लीट में इलेक्ट्रिक बसें भी जुड़ने लगेंगी. करीब ढाई सौ बसों को बस बेड़े में शामिल करने का लक्ष्य है. इन इलेक्ट्रिक बसों में एसी और नॉन एसी दोनों ही शामिल होंगी. परिवहन निगम स्वयं की इलेक्ट्रिक बसों की खरीद करेगा और अनुबंध पर भी इलेक्ट्रिक बसों के साथ अन्य श्रेणियों की बसों को जोड़ेगा, जिससे यात्रियों को बेहतर बस सुविधा उपलब्ध कराई जा सके.
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