कोटा. शहर के शिवपुरा इलाके में सड़क पर टेंट लगाने को लेकर हुए विवाद के चलते पुलिस पिता-पुत्र को थाने पर लेकर आई थी. इस मामले में उनके परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है. साथ ही थाने में जमकर हंगामा भी किया, जिसके बाद शहर एसपी शरद चौधरी ने प्रारंभिक तौर पर कार्रवाई करते हुए सीआई राजेश पाठक को निलंबित कर दिया है. साथ ही पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी संजय गुप्ता को सौंप दी है.
दरअसल, शिवपुरा इलाके में सीजीएसटी विभाग में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत बाबूलाल सुमन के घर पर बेटे के लग्न समारोह का कार्यक्रम था. निलंबित सीआई राजेश पाठक का कहना है कि वह शिवपुरा इलाके से निकल रहे थे, तब उन्होंने टेंट को लेकर परिजनों से कहा. इस बात पर बाबूलाल सुमन व उनके बेटे रोहित ने अभद्रता और गाली-गलौज शुरू कर दी. हमसे पूछ रहे थे कि किसने तुम्हें भेजा है. इसके बाद उन्हें शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार कर थाने में लेकर आए थे. किसी भी व्यक्ति से मारपीट नहीं की गई है.
दूसरी तरफ इस पूरे मामले पर बाबूलाल सुमन का कहना है कि मेरे बेटे देवेंद्र का लगन था. सभी समधी और रिश्तेदार घर पर मौजूद थे. हमनें कोई अभद्रता नहीं की, सामान्य तौर पर उन्होंने पूछा था. इस बात से पुलिसकर्मी उखड़ गए और हमें अपराधियों की तरह थाने में ले गए. मेरा बेटा और दूल्हा देवेंद्र सहित अन्य लोग थाने पर आए तो उनके साथ मारपीट भी गई.
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दूल्हे ने कहा- वीडियो भी बना रहे थे पुलिसकर्मी : दूल्हे देवेंद्र का कहना है कि वह सामान्य तौर पर ही पुलिसकर्मियों से बातचीत कर रहे थे, लेकिन सभी ने घेर कर उनके साथ मारपीट की, जिससे उनको चोटें आई हैं. पुलिसकर्मी खुद वीडियो बना रहे थे, लेकिन हमें रिकॉर्डिंग करने से रोका गया.
एसपी बोले- कार्यक्रम के दौरान गिरफ्तारी गलत : सिटी एसपी चौधरी का कहना है कि इस मामले में सीआई राजेश पाठक को निलंबित किया गया है. घर में सामाजिक कार्यक्रम चल रहा था. इस दौरान दूल्हे के पिता और भाई को गिरफ्तार करके लाना भी गलत है. इस मामले में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों के संबंध में भी जांच की जा रही है. बता दें कि प्रशासनिक अधिकारी बाबूलाल सुमन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत स्तरीय पदाधिकारी भी है. ऐसे में थाने पर वो और आरएसएस-भाजपा के कई कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर कार्रवाई की मांग की थी.