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स्वरोजगार से कैसे जुड़ेंगे युवा? उम्मीदों को यूपीसीएल दे रहा झटका! जानिए कैसे - Solar Energy in Uttarkashi

Solar Energy in Uttarkashi उत्तराखंड में बेरोजगारों की फौज खड़ी है. ऐसे में इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की बात कर रही है. युवा इस ओर कदम भी बढ़ा रहे हैं, लेकिन युवाओं की स्वरोजगार की उम्मीदों को झटका लग रहा है. जानिए पूरा मामला.

Solar Power Generation
सौर ऊर्जा उत्पादन
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 6, 2024, 4:02 PM IST

उत्तरकाशी: जिले में सौर ऊर्जा उत्पादन के जरिए युवा स्वरोजगार का सपना देख रहे हैं, लेकिन युवाओं की इन उम्मीदों को यूपीसीएल झटका दे रहा है. मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना में अभी तक 198 ने आवेदन किया है, लेकिन इसमें से मात्र 52 आवेदनकर्ताओं के साथ ही सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली खरीद के लिए समझौता हो पाया है. बताया जा रहा है कि निगम के सब डिवीजनों की क्षमता कम है. इसके अलावा पुराने ट्रांसफार्मर और बिजली की लाइनों की क्षमता कम होने के चलते सभी आवेदन स्वीकार नहीं हो पा रहे हैं.

बता दें कि बीते साल सितंबर महीने में राज्य सरकार ने बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना शुरू की थी. इस योजना में सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए सरकार 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है. उत्तरकाशी जिले में सरकार की इस योजना को लेकर युवाओं ने उत्साह भी दिखाया.

यही वजह है कि चार महीने में ही 198 युवाओं ने सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए आवेदन किया, लेकिन यूपीसीएल (उत्तराखंड पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड) में संसाधनों की कमी के चलते युवाओं की उम्मीदों को झटका लग रहा है. इन 198 आवेदकों में से ऊर्जा निगम पहले चरण में 35 और दूसरे चरण में 17 यानी 52 आवेदकों के साथ बिजली खरीद समझौता कर पाया है.

हालांकि बाकी अन्य को सशर्त तकनीकी व्यवहार्यता रिपोर्ट (टीएफआर) जरूर दे दी गई है. जबकि, जिले में अभी इस योजना में कई बेरोजगार युवा आवेदन करना चाहते हैं. ऐसे में युवाओं के स्वरोजगार की उम्मीद पूरी होते नहीं दिखाई दे रही है. चिन्यालीसौड़ के जोगत के प्रवेश जगूड़ी, बनकोट के संदीप रावत और रौंतल के मुकेश मिश्रा ने बताया कि उन्होंने योजना में प्लांट लगाया है, लेकिन निगम से अभी बिजली खरीद को लेकर समझौता नहीं हो पाया है.

पुरानी योजना में भी ऐसे ही थे हाल: साल 2020 में राज्य सरकार की पुरानी योजना में भी जिले में 204 आवेदन हुए थे, लेकिन तब भी मात्र 14 को ही योजना का लाभ मिल पाया. पुरानी योजना में जहां 20 और 25 किलोवाट क्षमता के संयंत्र लगाए जा सकते थे. वहीं, नई योजना में 50, 100 और 200 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जा सकते हैं.

किस सब डिवीजन में कितने आवेदक-

  1. डुंडा, चिन्यालीसौड़- 126
  2. लदाड़ी, भटवाड़ी- 43
  3. बड़कोट, नौगांव- 6
  4. पुरोला, मोरी- 23

चिन्यालीसौड़, कल्याणी और धनारीगाड़ स्टेशनों में क्षमता के अनुसार आवेदनकर्ताओं के साथ बिजली खरीद समझौता किया गया है. इन सब स्टेशनों में बिजली खरीद की क्षमता पूरी हो गई है. - मनोज गुसाईं, ईई, यूपीसीएल, उत्तरकाशी

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बता दें कि बीते साल सितंबर महीने में राज्य सरकार ने बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना शुरू की थी. इस योजना में सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए सरकार 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है. उत्तरकाशी जिले में सरकार की इस योजना को लेकर युवाओं ने उत्साह भी दिखाया.

यही वजह है कि चार महीने में ही 198 युवाओं ने सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए आवेदन किया, लेकिन यूपीसीएल (उत्तराखंड पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड) में संसाधनों की कमी के चलते युवाओं की उम्मीदों को झटका लग रहा है. इन 198 आवेदकों में से ऊर्जा निगम पहले चरण में 35 और दूसरे चरण में 17 यानी 52 आवेदकों के साथ बिजली खरीद समझौता कर पाया है.

हालांकि बाकी अन्य को सशर्त तकनीकी व्यवहार्यता रिपोर्ट (टीएफआर) जरूर दे दी गई है. जबकि, जिले में अभी इस योजना में कई बेरोजगार युवा आवेदन करना चाहते हैं. ऐसे में युवाओं के स्वरोजगार की उम्मीद पूरी होते नहीं दिखाई दे रही है. चिन्यालीसौड़ के जोगत के प्रवेश जगूड़ी, बनकोट के संदीप रावत और रौंतल के मुकेश मिश्रा ने बताया कि उन्होंने योजना में प्लांट लगाया है, लेकिन निगम से अभी बिजली खरीद को लेकर समझौता नहीं हो पाया है.

पुरानी योजना में भी ऐसे ही थे हाल: साल 2020 में राज्य सरकार की पुरानी योजना में भी जिले में 204 आवेदन हुए थे, लेकिन तब भी मात्र 14 को ही योजना का लाभ मिल पाया. पुरानी योजना में जहां 20 और 25 किलोवाट क्षमता के संयंत्र लगाए जा सकते थे. वहीं, नई योजना में 50, 100 और 200 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जा सकते हैं.

किस सब डिवीजन में कितने आवेदक-

  1. डुंडा, चिन्यालीसौड़- 126
  2. लदाड़ी, भटवाड़ी- 43
  3. बड़कोट, नौगांव- 6
  4. पुरोला, मोरी- 23

चिन्यालीसौड़, कल्याणी और धनारीगाड़ स्टेशनों में क्षमता के अनुसार आवेदनकर्ताओं के साथ बिजली खरीद समझौता किया गया है. इन सब स्टेशनों में बिजली खरीद की क्षमता पूरी हो गई है. - मनोज गुसाईं, ईई, यूपीसीएल, उत्तरकाशी

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