लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दक्षिणी पश्चिमी मानसून सक्रिय होने से भीषण बारिश का दौर जारी है. भीषण बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के 19 से अधिक जिलों में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई जिलों में भीषण बारिश से जलभराव के कारण आवागमन बाधित होने के साथ ही खेतों में भी पानी भर गया है.
दो दिन से हो रही बारिश ने आगरा में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 85 साल में ऐसी बारिश पहली बार देखने को मिली है. जिले में 151 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई है. जो 85 साल के रिकॉर्ड में दूसरी बार हुई है. सन 1939 में 286 एमएम सर्वाधिक बारिश 24 घंटे में रिकॉर्ड हुई थी. बारिश के कारण आगरा-दिल्ली नेशनल हाईवे तालाब बन गया है. मानो नदी हाईवे पर उतर आई हो. इसके साथ ही आज बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत समेत 55 जिलों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.
बारिश के कारण 19 जिलों में स्कूल बंद: मुरादाबाद, आगरा, मथुरा, हापुड़, हाथरस, बदायूं, कानपुर नगर, मैनपुरी, फिरोजाबाद, एटा, फर्रुखाबाद, हमीरपुर, औरैया, कन्नौज, जालौन, अलीगढ़, बहराइच, संभल और सीतापुर में 12वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं. इनमें प्रशासन की ओर से अवकाश घोषित कर दिया गया है.
तापमान में भारी गिरावट: भारी बारिश तथा तेज हवाओं के चलते अधिकतम व न्यूनतम तापमान लगभग एक जैसे हो गए हैं. गुरुवार को अलीगढ़ में न्यूनतम तापमान 24 अधिकतम तापमान 26, आगरा में 24- 26, मेरठ में 24 -25, मुजफ्फरनगर में 23-26, मुरादाबाद में 24-25 रहा. इसी तरह ज्यादातर जिलों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान के बीच तीन से चार डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा. ज्यादातर जिलों के अधिकतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है.
यूपी के 55 जिलों में मूसलाधार बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट: सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, अमरोहा, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, कासगंज, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने का मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है.
यूपी में पिछले 24 घंटे में हुई बारिश: उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 7.01 के सापेक्ष 28.6 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 303% अधिक है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 7.6 के सापेक्ष 11.8 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 55% अधिक है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 6.4 के सापेक्ष 52.8 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 725 प्रतिशत अधिक है. पिछले 24 घंटे के दौरान उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सबसे अधिक बारिश 185.01 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 303 प्रतिशत अधिक है.
यूपी में एक जून से 12 सितंबर तक हुई बारिश: उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 672 के सापेक्ष 600.5 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 11% कम है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 711.5 के सापेक्ष 598 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 16% कम है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 617 के सापेक्ष 603 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 2% कम है.
पिछले 24 घंटे में किस जिले में कितनी हुई बारिश: बहराइच 26, बलरामपुर 25, बाराबंकी 21, बस्ती 26, फर्रुखाबाद 41, कन्नौज 42, कानपुर 21, खीरी 21, लखनऊ 17, सिद्धार्थ नगर 30, सुल्तानपुर 25, आगरा 127, अलीगढ़ 52, अमरोहा 25, औरैया 55, बदायूं 55, बरेली 45, बिजनौर 20, बुलंदशहर 47, एटा 136, इटावा 60, फिरोजाबाद 121, हमीरपुर 35, हापुर 19, गाजियाबाद 18, हाथरस 185, जालौन 62, झांसी 94, कासगंज 133, ललितपुर 77, महोबा 29, मैनपुरी 64, मथुरा 55, मुरादाबाद 54, रामपुर 38, संभल 60, शाहजहांपुर 18 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई.
यूपी में बारिश की अब तक की स्थिति: एक जून से 12 सितंबर तक हुई बारिश के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश के 2 जिलों में बहुत भारी बारिश, 10 जिलों में भारी बारिश, 33 जिलों में सामान्य बारिश, 27 जिलों में अनुमान से कम बारिश, 3 जिलों में अनुमान से अत्यधिक कम बारिश रिकॉर्ड की गई है.
मानसून सीजन में अब तक औरैया में हुई सबसे ज्यादा बारिश: अत्यधिक भारी बारिश वाले जिले औरैया में अनुमानित बारिश 472 के सापेक्ष 884 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 87% अधिक है. एटा में अनुमानित बारिश 465 के सापेक्ष 869 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 87% अधिक है.
कुशीनगर में हुई सबसे कम बारिश: अत्यधिक कम बारिश वाले जिले गौतम बुद्ध नगर में अनुमानित बारिश 426 के सापेक्ष 108 मिमी रिकॉर्ड की गई जो समान्य से 79% कम है. शामली में अनुमानित बारिश 497 के सापेक्ष 107 मिमी रिकॉर्ड की गई जो समान्य से 78% कम है. कुशीनगर में अनुमानित बारिश 647 के सापेक्ष 259 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 60% कम है.
लखनऊ के तापमान में 5 डिग्री की गिरावट: लखनऊ में गुरुवार को सुबह से ही बादल छाए रहे, रिमझिम बारिश शुरू होती रही. दिन में एक दो बार हल्की धूप खिली लेकिन ज्यादातर जगह पर बादल छाए रहने तथा 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवा चलती रही. दिन में कई बार बारिश हुई. बारिश का सिलसिला देर रात तक जारी रहा. लगातार बारिश होने तथा तेज रफ्तार हवा चलने से अधिकतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई. अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य रहा.
लखनऊ में आज कैसा रहेगा मौसम: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार लखनऊ में शुक्रवार को बादलों की आवाजाही रहेगी. कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 31 व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. गुरुवार को उत्तर प्रदेश का बस्ती सबसे अधिक गर्म जिला रहा, जहां पर अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक है. वही सबसे कम न्यूनतम तापमान झांसी जिले में 22.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
यूपी में आज कैसा रहेगा मौसम: मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि शुक्रवार से प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी एवं मध्यवर्ती हिस्सों में आगामी 2-3 दिन तक कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के साथ कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. फिलहाल मानसून के बहुत मजबूत बने रहने के आसार हैं.
हमीरपुर में खतरे के निशान के करीब यमुना-बेतवा, दो मोहल्लों में घुसा पानी: बांधों और बारिश के पानी से उफनाई यमुना-बेतवा नदियां खतरे के निशान से कुछ ही मीटर दूर रह गई हैं. बेतवा नदी ने घनी आबादी वाले मोहल्लों को घेरना शुरू कर दिया. शुक्रवार की सुबह 10 बजे बेतवा नदी का जल स्तर 102.900 मीटर और यमुना का 102.320 मीटर पर पहुंच चुका था. इन दोनों नदियों का खतरे का निशान क्रमश: 104.54 और 103.63 मीटर है. बेतवा नदी के बढ़ते जलस्तर से पुराना बेतवा घाट, खालेपुरा जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र प्रभावित होने लगे हैं. इन दोनों इलाकों में नदी का पानी बस्तियों में घुस गया है.
ये भी पढ़ेंः यूपी में लगातार दूसरे दिन 14 जिलों में स्कूल बंद; आज भी 39 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट