ETV Bharat / state

सर्दी में भी सब्जी महंगी क्यों, आलू के दो भाव, ठेले पर 25, दुकान पर 35 रुपए किलो - UP VEGETABLE RATES

यूपी में फुटकर में मनमाने भाव पर बिक रहीं सब्जियां. हरी मटर से लेकर कई सब्जियों में तेजी जारी.

up vegetable market wholesale retail rates bhav know why potatoes are not becoming cheaper latest.
यूपी में क्यों सस्ता नहीं रो रहा आलू. (photo credit: etv bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 22, 2024, 9:50 AM IST

Updated : Dec 22, 2024, 10:22 AM IST

लखनऊः सर्दी के मौसम में भी सब्जियों के भाव घटना का लाभ आम ग्राहक को नहीं मिल रहा है. घटे भाव सिर्फ थोक मंडियों तक ही सीमित है. फुटकर में मनमाने भावों पर सब्जियां बिक रहीं हैं. आलू, मटर समेत कई सब्जियों के दामों में तेजी जा रही है.

गजब मुनाफाः शहर में शनिवार को आलू के दो तरह के भाव बाजार में देखने को मिला. एक ओर आलू ठेलों पर जहां 20 से 25 रुपए किलो पर बिकता मिला तो वहीं फुटकर दुकानों पर इसके भाव 30 से 35 रुपए किलो तक रहे. इसी तरह मंडी में 60 से 70 रुपये बिकने वाली हरी मटर ठेलों और दुकानों पर 100 से 110 रुपये में बिक रही. फुटकर के भावों में इस सीजन में जबर्दस्त मनमानी देखने को मिल रही है.

सर्दी में टमाटर भी महंगाः थोक मंडियों में एक ओर जहां टमाटर के भाव 25 रुपए किलो तक चल रहे हैं तो वहीं फुटकर में इसके भाव 40 से 45 रुपए किलो तक चल रहे हैं. इसी तरह थोक मंडी में 20 रुपए किलो में बिकने वाली लौकी के भाव फुटकर में 30 से 35 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं.

ग्राहक बोले कोई फायदा नहींः गृहिणी रहिला खान ने बताया कि फुटकर में सब्जी बहुत महंगी बिक रही है. हर कोई मंडी नहीं जा सकता. थोक मंडी में टमाटर 25 रुपये किलो में मिल रहा है तो बाहर 40 से 45 में बिक रहा है. सब्जी के दामों में इतना अंतर नहीं होना चाहिए. इससे लोग परेशान हैं. सरिता त्रिपाठी ने बताया कि लगातार सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं. फुटकर में तो विक्रेता मनमानी दरों पर सब्जी बेच रहे हैं. इन पर किसी का अंकुश नहीं है कार्रवाई होनी चाहिए.

सब्जियों के भाव पर एक नजर (प्रति किलो रुपए में)

सब्जीथोक फुटकर
प्याज 20 40
टमाटर 25
40-45
आलू 25 30-35
अदरक
30 80
भिंडी 50 80
मटर 60-70 100-110
करेला 30 60
बैंगन 30 50
लौकी 20 35

एक वजह ये भीः शहर के चौक में सब्जी की दुकान संचालित करने वाले दुर्गेश ने बताया कि मंडी से सब्जी लाने का भाड़ा और खराब माल निकलने की वजह से फुटकर में इसकी कीमत ज्यादा रखनी पड़ती है.

सहालग भी वजह: फुटकर में सब्जियों के भाव में तेजी की वजह सहालग भी बताई जा रही है. नवीन सब्जी मंडी दुबग्गा के अध्यक्ष परवेज हुसैन ने बताया कि सब्जियों पर महंगाई की वजह सहालग भी है. पिछले महीने से सहालग शुरू हुई है. शादी-विवाह के चलते सब्जियों की काफी डिमांड है. इस वजह से भी इसके रेट तेज हैं.

ये भी पढ़ेंः यूपी का एक ऐसा गांव...जहां नहीं है एक भी नाली, आखिर कहां जाता है घरों से निकलने वाला पानी?

ये भी पढ़ेंः प्रयागराज महाकुंभ; खुद से तैयार करते हैं भोजन, हर कोई नहीं बन पाता संत, जानिए अग्नि अखाड़े की खास परंपराएं

लखनऊः सर्दी के मौसम में भी सब्जियों के भाव घटना का लाभ आम ग्राहक को नहीं मिल रहा है. घटे भाव सिर्फ थोक मंडियों तक ही सीमित है. फुटकर में मनमाने भावों पर सब्जियां बिक रहीं हैं. आलू, मटर समेत कई सब्जियों के दामों में तेजी जा रही है.

गजब मुनाफाः शहर में शनिवार को आलू के दो तरह के भाव बाजार में देखने को मिला. एक ओर आलू ठेलों पर जहां 20 से 25 रुपए किलो पर बिकता मिला तो वहीं फुटकर दुकानों पर इसके भाव 30 से 35 रुपए किलो तक रहे. इसी तरह मंडी में 60 से 70 रुपये बिकने वाली हरी मटर ठेलों और दुकानों पर 100 से 110 रुपये में बिक रही. फुटकर के भावों में इस सीजन में जबर्दस्त मनमानी देखने को मिल रही है.

सर्दी में टमाटर भी महंगाः थोक मंडियों में एक ओर जहां टमाटर के भाव 25 रुपए किलो तक चल रहे हैं तो वहीं फुटकर में इसके भाव 40 से 45 रुपए किलो तक चल रहे हैं. इसी तरह थोक मंडी में 20 रुपए किलो में बिकने वाली लौकी के भाव फुटकर में 30 से 35 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं.

ग्राहक बोले कोई फायदा नहींः गृहिणी रहिला खान ने बताया कि फुटकर में सब्जी बहुत महंगी बिक रही है. हर कोई मंडी नहीं जा सकता. थोक मंडी में टमाटर 25 रुपये किलो में मिल रहा है तो बाहर 40 से 45 में बिक रहा है. सब्जी के दामों में इतना अंतर नहीं होना चाहिए. इससे लोग परेशान हैं. सरिता त्रिपाठी ने बताया कि लगातार सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं. फुटकर में तो विक्रेता मनमानी दरों पर सब्जी बेच रहे हैं. इन पर किसी का अंकुश नहीं है कार्रवाई होनी चाहिए.

सब्जियों के भाव पर एक नजर (प्रति किलो रुपए में)

सब्जीथोक फुटकर
प्याज 20 40
टमाटर 25
40-45
आलू 25 30-35
अदरक
30 80
भिंडी 50 80
मटर 60-70 100-110
करेला 30 60
बैंगन 30 50
लौकी 20 35

एक वजह ये भीः शहर के चौक में सब्जी की दुकान संचालित करने वाले दुर्गेश ने बताया कि मंडी से सब्जी लाने का भाड़ा और खराब माल निकलने की वजह से फुटकर में इसकी कीमत ज्यादा रखनी पड़ती है.

सहालग भी वजह: फुटकर में सब्जियों के भाव में तेजी की वजह सहालग भी बताई जा रही है. नवीन सब्जी मंडी दुबग्गा के अध्यक्ष परवेज हुसैन ने बताया कि सब्जियों पर महंगाई की वजह सहालग भी है. पिछले महीने से सहालग शुरू हुई है. शादी-विवाह के चलते सब्जियों की काफी डिमांड है. इस वजह से भी इसके रेट तेज हैं.

ये भी पढ़ेंः यूपी का एक ऐसा गांव...जहां नहीं है एक भी नाली, आखिर कहां जाता है घरों से निकलने वाला पानी?

ये भी पढ़ेंः प्रयागराज महाकुंभ; खुद से तैयार करते हैं भोजन, हर कोई नहीं बन पाता संत, जानिए अग्नि अखाड़े की खास परंपराएं

Last Updated : Dec 22, 2024, 10:22 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.