लखनऊः प्रदेश सरकार द्वारा 13 जनवरी को महाकुंभ में पहले शाही स्नान के अवसर पर गजेटेड हॉलिडे की घोषणा की थी. अब प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक संगठन की ओर से सरकार से मौनी अमावस्या 19 जनवरी को दूसरे सही स्नान पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की गई है. संघ के अध्यक्ष विनय सिंह की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर छुट्टी घोषित करने की मांग की गई है.
विनय सिंह अपने पत्र में लिखा है कि हिंदू धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक मेला महाकुंभ है. यह करोड़ों सनातनियों की आस्था का प्रतीक है. महाकुंभ सिर्फ एक मेला नहीं है बल्कि हिंदू संस्कृति, आस्था और परंपरा का संगम है. इस बार का कुंभ कई मायनों में खास है. हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन होता है. लेकिन जब 144 साल बाद पूर्ण महाकुंभ होता है तो उसका महत्व और भी बढ़ जाता है. इस साल 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ त्रिवेणी तट प्रयागराज में चल रहा है और यह महाकुंभ बहुत महत्वपूर्ण है. क्योंकि यह 144 साल बाद पूर्ण महाकुंभ के रूप में मनाया जा रहा है. 29 जनवरी 2025 को द्वितीय शाही स्नान मौनी अमावस्या के दिन है.
संगठन के अध्यक्ष विनोद सिंह ने लिखा कि 14 जनवरी को बेसिक स्कूलों में शीतकालीन की छुट्टियां समाप्त हो गई हैं. जिसमें पहला शाही स्नान 13 जनवरी को हो चुका है. जबकि अगले सारे शाही स्नान ज्यादातर ऐसे दिन पर पड़ रहे हैं, जिस दिन स्कूल खुले हुए हैं. बेसिक विद्यालयों में सरकार की तरफ से 25 जनवरी से फाइनल परीक्षा शुरू करने के निर्देश आ चुके हैं. ऐसे में बेसिक विद्यालयों में 4:30 लाख शिक्षक सहायक स्नान के लिए निर्धारित तिथियां पर प्रयागराज नहीं पहुंच सकते हैं. ऐसे में शताब्दी के पूर्ण महाकुंभ के उपलक्ष्य में 29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या के दूसरे शाही स्नान के उपलक्ष्य में प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित करे. जिससे प्रदेश के सनातनी द्वितीय शाही स्नान के लाभ से वंचित न रह जाएं.
इसे भी पढ़ें-महाकुंभ के श्रद्धालुओं के लिए हेरीटेज टूर; 2020 रुपये में मेले के साथ घूमें पूरा प्रयागराज, देखें ऐतिहासिक-समृद्ध विरासत