लखनऊ: हवाई अड्डों की तरह ही अब उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अपनी इलेक्ट्रिक बसों को हर जिले से कनेक्ट करेगा. जिस तरह हवाई अड्डों के लिए एक केंद्रीयकृत व्यवस्था होने पर हर दिशा में हवाई संचालन कर यात्रियों को भेजा जाता है, वैसे ही हब एंड स्पोक मॉडल पर परिवहन निगम अपनी इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करेगा.
एक डिपो को इलेक्ट्रिक बसों का हब बनाने के बाद इसी डिपो से आसपास के जिलों को कनेक्ट किया जाएगा. अभी तक यह मॉडल हवाई अड्डों के साथ ही डिलीवरी के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां नेटवर्किंग के रूप में इस्तेमाल करती हैं. विदेशों में इस मॉडल का भरपूर प्रयोग होता है. अब यूपीएसआरटीसी भी इसी मॉडल से अपनी बसें दौड़ाएगा और लोगों की सुविधा देगा.
समय पर मिलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, आसान होंगी राह: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की इलेक्ट्रिक बसें यात्रियों को सफर के लिए समय पर उपलब्ध होंगी और उन्हें समय पर ही मंजिल तक पहुंचाएंगी. यात्रियों के समय और पैसे दोनों की बचत हो, इसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने प्लान तैयार किया है. विदेशों के साथ ही अपने देश में एयरपोर्ट और नेटवर्किंग कम्पनियां जो मॉडल अपनाती हैं वही मॉडल यूपीएसआरटीसी में लागू किया जाएगा.
इस मॉडल का नाम है हब एंड स्पोक. यानी एक केंद्रीयकृत डिपो बनाया जाएगा और इस डिपो से आसपास के जितने जिले होंगे वहां के लिए इलेक्ट्रिक बसों की कनेक्टिविटी की जाएगी. यात्रियों को इसका सीधा फायदा यह मिलेगा कि वह इस डिपो से आसपास के सभी जिलों के लिए बस पकड़ सकेंगे. उन्हें इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं होगी. डिपो में ही इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग की भी पूरी व्यवस्था होगी. डिपो के अंदर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे.
क्या है हब एंड स्पोक मॉडल: हब एंड स्पोक मॉडल एक प्रणाली है जो रास्तों के एक नेटवर्क को आसान बनाती है. यह यात्रियों और माल ढुलाई दोनों के लिए कॉमर्शियल विमानन में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है. एयरलाइंस चलाने के तरीके में इस मॉडल ने क्रांति ला दी है. इस मॉडल का नाम साइकिल के पहिये के नाम पर रखा गया है, जिसमें एक मजबूत सेंट्रल हब है जिसमें कनेक्टिंग की एक सीरीज है.
क्या कहते हैं यूपीएसआरटीसी के एमडी: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने ईटीवी भारत को बताया कि 23 बस स्टेशनों को पीपीपी मोड पर डेवलप करने के लिए सारी तैयारी कंप्लीट हो चुकी हैं, बहुत जल्द इस पर निर्णय हो जाएगा. इन सभी बस स्टेशनों पर चार्जिंग स्टेशन भी लगाए जाएंगे जिससे इलेक्ट्रिक बसें इन स्टेशनों पर आएं तो उन्हें चार्जिंग की व्यवस्था मिले. इसके अलावा परिवहन निगम अपने संसाधनों से 100 इलेक्ट्रिक बसें खरीद रहा है.
इस बजट में जो धनराशि प्राप्त हुई है उसमें भी 100 बसें खरीद रहे हैं. इन 200 बसों के लिए हम हब बना रहे हैं. हब एंड स्पोक मॉडल पर बसों का संचालन करेंगे. एक डिपो रहेगा और वहीं से सभी जनपदों को जोड़ा जाएगा. 17 जनपदों को पहले जोड़ा जाएगा. हम उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में कोई हमारा जनपद ऐसा नहीं रहेगा जो इलेक्ट्रिक बसों से अछूता रह जाए. इसके लिए हम इस योजना पर काम कर रहे हैं.
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