लखनऊ: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है. एटीएफ ने लखनऊ से भर्ती परीक्षा में सेंधमारी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में पेपर लीक में शामिल होने की बात भी कबूली है. साथ ही पेपर आगे बेचने के लिए कहने वाले आरोपी का नाम भी बताया है.
पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं. इस बीच लखनऊ में दो आरोपियों के होने की खबर मिली. जिसके बाद एसटीएफ आरोपियों की लोकेशन पर पहुंच गई, जहां अजय कुमार और सोनू यादव को गिरफ्तार कर लिया. दोनों से जब पेपर लीक मामले में पूछताछ की तो उन्होंने इस सेंधमारी में शामिल होने की बात कबूल कर ली.
दोनों आरोपी अजय कुमार और सोनू यादव ने एसटीएफ को बताया कि पैसे के लालच में आकर उन्होंने सिपाही भर्ती का पेपर अभ्यर्थियों को बेचा था. बताया कि परीक्षा से पहले ही पेपर और आंसर-की उनके हाथ लग चुकी थी. जिसका फायदा उठाकर उन्होंने पैसे कमाने चाहे. पुलिस के मुताबिक आरोपी प्रवीन उर्फ मिन्टू बालियान और उसके साथियों ने इब्राहिमपुर, बागपत निवासी इन्द्र प्रताप सिंह से सिपाही भर्ती परीक्षा पास कराने के एवज में दो लाख रुपये लिए थे. काम पूरा न होने के कारण इन्द्र प्रताप ने इन लोगो के खिलाफ थाना शाहपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई.
एसटीएफ के हत्थे चढ़े आरोपियों ने उस शख्स के बारे में बताया जिसने उन्हें पेपर दिया था. पूछताछ के दौरान उन्होंने राजन यादव का नाम लिया. राजन पेपर लीक कराने वाले गैंग से सीधे संपर्क में था. राजन ने ही भर्ती परीक्षा से पहले पेपर और आंसर-की देकर आगे बेचने के लिए कहा था. अब यूपीएसटीएफ राजन यादव की तलाश में जुट गई है.