मेरठ : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच में एसटीएफ ने मंगलवार को बड़ा खुलासा किया है. एसटीएफ का दावा है कि मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा के नाम पर 16 मार्च को रीवा में एक रिसार्ट पांच लाख रुपये में बुक किया गया था. इस दौरान तीन हजार अभ्यर्थियों को सवालों के जवाब रटाए गए थे. इस रिसार्ट के किराए की रकम पहले पकड़े गए चार आरोपियों में शामिल अमित के चाचा के बैंक खाते से भेजी गई थी. अमित को लखनऊ से एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया था.
बता दें, उत्तर प्रदेश कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा को एसटीएफ ने पांच दिन के रिमांड पर ले रखा है. एसटीएफ सोमवार को उसे प्रयागराज लेकर गई, वहां से साक्ष्य जुटाने के बाद मध्य प्रदेश रीवा के लिए निकल गई. रीवा में मध्य प्रदेश के रीवा जिले के शिव महाशक्ति रिसार्ट के रिकार्ड खंगाले. यहां पुलिस भर्ती के तीन हजार अभ्यर्थियों को प्रश्नों के उत्तर रटाए जाने की बात सामने आई. जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा के नाम पर 16 मार्च को रिसार्ट एक दिन के लिए पांच लाख रुपये में बुक किया गया था. यह रकम पहले पकड़े गए चार आरोपियों में शामिल अमित ने अपने चाचा के बैंक खाते से ट्रांसफर कराई थी.
एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि सोमवार को राजीव नयन मिश्रा को प्रयागराज ले गए थे. वहां से रीवा के शिव महाशक्ति रिसार्ट लेकर गए, जहां से रिकॉर्ड देखे गए. हालांकि शिव रिसार्ट के मालिक को अभी तक आरोपी नहीं बनाया गया है, जबकि एसटीएफ को रिसार्ट में पेपर हल कराने के सभी साक्ष्य मिल चुके हैं.
एएसपी बृजेश सिंह ने का कहना है कि आरोपित राजीव नयन को हिरासत में लेकर पूछताछ के दौरान साक्ष्य मिले हैं. राजीव न्याय को विवेचना का हिस्सा बनाया जाएगा. साथ ही राजीव से आरओ-एआरओ पेपर लीक कांड के बारे में भी पूछताछ की गई है. आरओ-एआरओ का प्रश्नपत्र लीक कराने के बाद राजीव नयन के प्रयागराज स्थित अरोग्यम अस्पताल में अभ्यर्थियों को उत्तर हटाए गए थे. राजीव नयन को अहमदाबाद भी ले जाने की संभावना है.