लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि इस बार किसी भी कीमत पर परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए सीएम ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम-2024 को सदन में पारित कर प्रदेश में लागू किया है. इसमें प्रावधान है कि इस अधिनियम के तहत आने वाले अपराध गैर जमानती होंगे. योगी के इस सख्त फैसले से नकल माफिया, सॉल्वर गैंग और पेपर लीक जैसी गतिविधियों में लिप्त लोगों में डर पैदा हो गया है. सीएम योगी की सख्ती का असर भी इस बार साफ तौर पर नजर आ रहा है. परीक्षा देने आ रहे परीक्षार्थी सरकार की तरफ से दी जा रही सुविधाओं से तो खुश हैं ही, इस बार योगी सरकार की हर मामले में तारीफ भी कर रहे हैं. परीक्षार्थियों को पूरी उम्मीद है कि इस बार कोई गड़बड़ी नहीं होने पाएगी. तीसरे दिन रविवार को भी परीक्षा सकुशल संपन्न हुई. प्रदेश के 67 जिलों के 1174 केंद्रों पर संपन्न हुई परीक्षा में किसी तरह की कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई.
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा ने जानकारी दी है कि तीन दिन में 19,84,645 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है, जबकि 24,64,323 अभ्यर्थियों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया. परीक्षा केंद्र पर चेकिंग के दौरान 318 संदिग्धों को चिन्हित किया गया. बोर्ड सभी संदिग्धों की स्क्रूटनी करेगा. पुलिस ने शांतिपूर्ण परीक्षा कराने के लिए तीन दिनों में 29 से अधिक एफआईआर दर्ज कीं, जबकि 40 आराेपियों की गिरफ्तारी की गई. परीक्षा के तीसरे दिन दो पालियों में 6,78,767 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी. इसमें पहली पाली में 3,37,647 अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जबकि 4,10,097 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था. इस पाली में 84 संदिग्ध अभ्यर्थी धरे गए. हालांकि इन्हे पेपर देने से नहीं रोका गया. इन पर भर्ती बोर्ड की नजर बनी रहेगी. दूसरी पाली में 3,41,120 अभ्यर्थी उपस्थित रहे जबकि 4,10,053 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था. इस पाली में 101 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गये. उन्हें भी पेपर देने दिया गया. दोनों पालियों में 70.67 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी.
उत्तर प्रदेश के सभी सेंटर पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद है. परीक्षार्थियों को तीन चरणों की चेकिंग के बाद अंदर प्रवेश दिया जा रहा है. परीक्षा के तीसरे दिन पुलिस ने आठ मुकदमे दर्ज किए जबकि 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा. इनमें कानपुर में तीन, झांसी, बलरामपुर और जौनपुर में दो दो और अलीगढ़ में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया.