ETV Bharat / state

देर रात धरना स्थल से किसानों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, आज फिर होगी महापंचायत - UP FARMERS AT MAHAPANCHAYAT

जीरो पॉइंट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आधी रात को उन्हें गिरफ्तार करके धरना स्थान को खाली कराया गया.

Etv Bharat
किसानों से बात करती पुलिस (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 5, 2024, 10:45 AM IST

Updated : Dec 5, 2024, 11:54 AM IST

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा की जीरो पॉइंट पर धरना दे रहे किसानों को बुधवार देर रात पुलिस ने फिर से गिरफ्तार किया है. किसानों के नेता सुखबीर खलीफा सहित 32 किसानों को रात 12 बजे हिरासत में लिया गया. यह कार्रवाई उस समय हुई, जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अराजकता के खिलाफ सख्त संदेश दिया.

"गौतम बुद्ध नगर हो, अलीगढ़ हो या संभल अथवा कोई अन्य जनपद, अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी." यह संदेश स्पष्ट करता है कि राज्य सरकार किसी भी तरह की अशांति को स्वीकार नहीं करेगी और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है"-योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री

किसानों का यह आंदोलन गौतम बुध नगर के विभिन्न किसान संगठनों द्वारा शुरू किया गया था. संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें किसानों ने 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर भी प्रदर्शन किया. वक्त के साथ यह आंदोलन महापड़ाव में बदल गया और किसानों ने दिन-रात प्रदर्शन जारी रखा.

आज फिर होगी किसानों की महापंचायत (ETV Bharat)

28 नवंबर को, किसानों ने यमुना विकास प्राधिकरण पर भी अपना प्रदर्शन शुरू किया और फिर 2 दिसंबर को वे दिल्ली की ओर कूच करने लगे. लेकिन, पुलिस और प्रशासन ने उन्हें नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर बलपूर्वक रोक दिया. प्रशासन ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर एक सप्ताह में मुख्य सचिव से वार्ता कराई जाएगी. इस आश्वासन के बाद किसानों ने दलित प्रेरणा स्थल पर ही धरना जारी रखा.

हालांकि, 3 दिसंबर को पुलिस ने फिर से हस्तक्षेप करते हुए भारी संख्या में किसानों को हिरासत में लिया और 123 किसानों को जेल भेज दिया, जबकि बुजुर्ग और महिलाओं को उनके घर भेज दिया गया.

किसान नेता रुपेश वर्मा ने आज दोपहर 12 बजे फिर से जीरो पॉइंट पर किसानों की महापंचायत का आयोजन किया और एक वीडियो जारी कर अधिक से अधिक लोगों को शामिल होने का आह्वान किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि संयुक्त किसान मोर्चा, सुखबीर खलीफा और एकता मंच के सदस्यों के साथ-साथ सोरन प्रधान को पुलिस द्वारा धरना स्थल से उठाए जाने को विश्वासघात करार दिया. उनका कहना था कि यह समय आंदोलन को पुनः जीवित करने का है, और यदि सरकार ने इसे कुचलने की कोशिश की, तो किसान दोबारा खड़े नहीं हो पाएंगे.

यह भी पढ़ें- नोएडाः किसान महापंचायत आज, पुलिस का सख्त पहरा, बड़ी संख्या में पहुंच सकते हैं किसान

वर्मा ने यह भी कहा कि आंदोलन अपने चरम पर है और इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. उन्होंने सभी किसानों को 12:00 बजे यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आग्रह किया. उनका कहना था कि हमें इस आंदोलन को किसी भी कीमत पर आगे बढ़ाना है और हमें अपने मुद्दों पर जीत हासिल कर ही घर लौटना है.

किसानों की महापंचायत: एकजुटता का संदेश

जेल से रिहाई के बाद, किसानों ने दावा किया कि 'सरकार को झुकना पड़ा'। दलित प्रे रणा स्थल से किसानों की गिरफ्तारी के खिलाफ, बुधवार को जीरो पॉइंट पर एक महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में किसानों ने जेल भेजे गए सभी किसानों की रिहाई की मांग की, जिसके बाद सभी किसानों को रिहा किया गया और उन्होंने जीरो पॉइंट पर चल रहे महापंचायत में भाग लिया.

महापंचायत में एक नए संकल्प के साथ, निर्णय लिया गया कि यह आंदोलन जारी रहेगा.किसानों ने यह भी घोषणा की कि धरना स्थल बदलने को लेकर गुरुवार को

यह भी पढ़ें- महापंचायत के चलते जेल भेजे गए सभी किसान रिहा, कल तय होगी आंदोलन की रणनीति

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा की जीरो पॉइंट पर धरना दे रहे किसानों को बुधवार देर रात पुलिस ने फिर से गिरफ्तार किया है. किसानों के नेता सुखबीर खलीफा सहित 32 किसानों को रात 12 बजे हिरासत में लिया गया. यह कार्रवाई उस समय हुई, जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अराजकता के खिलाफ सख्त संदेश दिया.

"गौतम बुद्ध नगर हो, अलीगढ़ हो या संभल अथवा कोई अन्य जनपद, अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी." यह संदेश स्पष्ट करता है कि राज्य सरकार किसी भी तरह की अशांति को स्वीकार नहीं करेगी और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है"-योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री

किसानों का यह आंदोलन गौतम बुध नगर के विभिन्न किसान संगठनों द्वारा शुरू किया गया था. संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें किसानों ने 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर भी प्रदर्शन किया. वक्त के साथ यह आंदोलन महापड़ाव में बदल गया और किसानों ने दिन-रात प्रदर्शन जारी रखा.

आज फिर होगी किसानों की महापंचायत (ETV Bharat)

28 नवंबर को, किसानों ने यमुना विकास प्राधिकरण पर भी अपना प्रदर्शन शुरू किया और फिर 2 दिसंबर को वे दिल्ली की ओर कूच करने लगे. लेकिन, पुलिस और प्रशासन ने उन्हें नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर बलपूर्वक रोक दिया. प्रशासन ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर एक सप्ताह में मुख्य सचिव से वार्ता कराई जाएगी. इस आश्वासन के बाद किसानों ने दलित प्रेरणा स्थल पर ही धरना जारी रखा.

हालांकि, 3 दिसंबर को पुलिस ने फिर से हस्तक्षेप करते हुए भारी संख्या में किसानों को हिरासत में लिया और 123 किसानों को जेल भेज दिया, जबकि बुजुर्ग और महिलाओं को उनके घर भेज दिया गया.

किसान नेता रुपेश वर्मा ने आज दोपहर 12 बजे फिर से जीरो पॉइंट पर किसानों की महापंचायत का आयोजन किया और एक वीडियो जारी कर अधिक से अधिक लोगों को शामिल होने का आह्वान किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि संयुक्त किसान मोर्चा, सुखबीर खलीफा और एकता मंच के सदस्यों के साथ-साथ सोरन प्रधान को पुलिस द्वारा धरना स्थल से उठाए जाने को विश्वासघात करार दिया. उनका कहना था कि यह समय आंदोलन को पुनः जीवित करने का है, और यदि सरकार ने इसे कुचलने की कोशिश की, तो किसान दोबारा खड़े नहीं हो पाएंगे.

यह भी पढ़ें- नोएडाः किसान महापंचायत आज, पुलिस का सख्त पहरा, बड़ी संख्या में पहुंच सकते हैं किसान

वर्मा ने यह भी कहा कि आंदोलन अपने चरम पर है और इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. उन्होंने सभी किसानों को 12:00 बजे यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आग्रह किया. उनका कहना था कि हमें इस आंदोलन को किसी भी कीमत पर आगे बढ़ाना है और हमें अपने मुद्दों पर जीत हासिल कर ही घर लौटना है.

किसानों की महापंचायत: एकजुटता का संदेश

जेल से रिहाई के बाद, किसानों ने दावा किया कि 'सरकार को झुकना पड़ा'। दलित प्रे रणा स्थल से किसानों की गिरफ्तारी के खिलाफ, बुधवार को जीरो पॉइंट पर एक महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में किसानों ने जेल भेजे गए सभी किसानों की रिहाई की मांग की, जिसके बाद सभी किसानों को रिहा किया गया और उन्होंने जीरो पॉइंट पर चल रहे महापंचायत में भाग लिया.

महापंचायत में एक नए संकल्प के साथ, निर्णय लिया गया कि यह आंदोलन जारी रहेगा.किसानों ने यह भी घोषणा की कि धरना स्थल बदलने को लेकर गुरुवार को

यह भी पढ़ें- महापंचायत के चलते जेल भेजे गए सभी किसान रिहा, कल तय होगी आंदोलन की रणनीति

Last Updated : Dec 5, 2024, 11:54 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.