कानपुर: उत्तर प्रदेश में पहली बार पूर्व सैनिकों के लिए रोजगार मेले का आयोजन किया गया. यह आयोजन शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय के पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के पुनर्वास महानिदेशालय की ओर से किया गया. पहली बार पूर्व सैनिकों को नौकरी देने के लिए कानपुर कैंट में यह रोजगार मेला आयोजित किया गया. इसमें उत्तर प्रदेश और आसपास के पूर्व सैनिकों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया. इसमें सेना, नौसेना और वायुसेना के 1573 पूर्व सैनिकों ने भाग लिया. इन पूर्व सैनिकों ने अलग-अलग पदों के लिए आवेदन पेश किया. इस मेले में 41 कंपनियों समेत सेना के उपक्रमों ने भी भाग लिया. इनकी ओर से कुल 1365 नौकरियां और 500 से ज्यादा उद्यमशीलता के अवसर पेश किए गए. एक तरह से आवेदन से ज्यादा पूर्व सैनिकों को नौकरियां और मौके दिए गए. इस पहले ही मेले में साबित हो गया कि रिटायर सैनिकों की नियुक्ति को लेकर देश की कंपनियां बेहद उत्साहित हैं.
35 हजार तक की नौकरी का ऑफर
इस रोजगार मेले में 41 कंपनियों समेत सेना के अलग-अलग उपक्रमों की ओर से भाग लिया गया. इन सस्थानों में सैनिकों को सुरक्षा, एकाउंटिंग समेत कई तरह की नौकरियां ऑफर की गईं. अलग-अलग जिलों से पहुंचे पूर्व सैनिक भी इस मेले में बेहद उत्साहित नजर आए. यहां मिली जानकारी के मुताबिक यहां अधिकतम 35 हजार रुपए तक की नौकरी का ऑफर पूर्व सैनिकों को दिया गया.
रजिस्ट्रेशन हो गया, अब इंटरव्यू की तैयारी
सेना के आला अफसरों ने बताया कि जिन पूर्व सैनिकों ने नौकरी के लिए अपना पंजीकरण कराया है, उन्हें जल्द शार्टलिस्ट किया जाएगा. इसके बाद उन्हें साक्षात्कार में भाग लेना होगा, तब जाकर वह नौकरी हासिल कर सकेंगे. अफसरों का कहना था, कि रोजगार मेला के माध्यम से पूर्व सैनिकों को सेवा के वर्षों के दौरान हासिल की गई अपनी तकनीकी और प्रशासनिक क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच मिला.
सेना के आला अधिकारी भी पहुंचे
इससे पहले जॉब फेयर का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. नितेन चंद्रा, आईएएस, सचिव, ईएसडब्ल्यू विभाग व लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा, एसएम, वीएसएम, चीफ ऑफ स्टाफ, मध्य कमान ने मेजर जनरल एसबीके सिंह डीजी (आर) पुनर्वास महानिदेशालय के साथ किया. कार्यक्रम में अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एमकेयू लिमिटेड मनोज गुप्ता,ब्रिगेडियर बिक्रम हीरू, एडीजी, डीआरजेड (सेंट्रल), ब्रिगेडियर एनए खान, एसएम, डिप्टी जीओसी रेड ईगल डिवीजन और ब्रिगेडियर शबरुल हसन, एसएम, कमांडर रेड ईगल ब्रिगेड समेत सेना के कई आला अधिकारी मौजूद रहे.
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