लखनऊ: आज के समय में ईयरफोन लगाना एक अलग ही ट्रेंड हो गया है. चाहे कोई दो पहिया वाहन चला रहा हो, चार पहिया वाहन या फिर कोई पैदल चल रहा हो हर कोई हेडफोन का इस्तेमाल करता है. हेडफोन लगाने की वजह से कई समस्याएं होती हैं. लेकिन, लोग इस बात को नहीं समझते हैं. कई बार हेडफोन कान की सुनने की क्षमता को छीन लेती है, तो कई बार सड़क पर ईयरफोन का इस्तेमाल से एक बड़ी दुर्घटना हो जाती है.
अब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से इससे संबंधित कुछ दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. इस पत्र को जारी कर विभाग ने कहा कि ईयरफोन की वजह से कई समस्याएं होती हैं और लोगों को जितना हो कम से कम ईयरफोन का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा सड़क पर चलते समय कभी भी ईयरफोन का इस्तेमाल न करें, इससे एक बड़ी दुर्घटना हो सकती है. इसको लेकर के भविष्य में चेकिंग भी हो सकती है. अगर कोई व्यक्ति वाहन चलाने के दौरान 50 डेसिबल से अधिक वॉल्यूम में सुनता हुआ पकड़ा गया, तो उसके ऊपर कारवाई भी की जा सकती है.
ईयरफोन व हेडफोन के अनावश्यक उपयोग को रोक जाने के लिए यह पत्र स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा जारी किया गया है. इस पत्र में उन्होंने कई बातों का जिक्र किया है. लगातार ईयरफोन के इस्तेमाल से सुनने की क्षमता खराब या अस्थाई तौर पर सुनने की क्षमता भी खत्म हो जाती है. आवश्यकता पड़ने पर 50 डेसिबल वॉल्यूम को लोग इस्तेमाल कर सकता हैं. इससे अधिक काफी ज्यादा नुकसानदायक होता है.
रोजाना अगर कोई व्यक्ति 2 घंटे से अधिक ईयरफोन का इस्तेमाल कर रहा है तो उसके कान के सुनने की क्षमता कम हो सकती है. वही इन सब से हटके यह भी विभाग ने कहा कि छोटे बच्चों को ईयर फोन हेडफोन से दूर रखें. जिस उम्र में उनके शरीर के अंग विकसित हो रहे होते हैं. उस समय यह काफी ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है. बच्चे की सुनने की क्षमता खत्म हो सकती है. अगर किसी व्यक्ति की स्थाई रूप से सुनने की क्षमता खत्म हो जाती है तो उसे कभी भी ठीक नहीं किया जा सकता है इसलिए जरूरी है कि लोग जागरुक रहे और कम से कम ईयरफोन का इस्तेमाल करें.
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