गोरखपुर : गीडा थाना क्षेत्र के नंदापार स्थित भाजपा के चुनावी कार्यालय पर बुधवार को कुछ मनबढ़ों ने मोदी के कटआउट पर सपा का झंडा लगा दिया. इसे लेकर हंगामा हो गया. विरोध करने पर भाजपा कार्यकर्ताओं को पीटा भी गया. इसके अलावा कार्यालय में रखे 25 हजार रुपये भी लूट लिए गए. मामले में सपा कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगे हैं. पुलिस ने मामले में कुछ लोगों के खिलाफ लूट और मारपीट में मुकदमा दर्ज किया है. एक आरोपी को हिरासत में भी लिया है. सपा प्रत्याशी ने पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पुलिस पर विपक्ष को बिना वजह निशाना बनाने का आरोप लगाया है.
बुधवार को गोरखपुर सदर संसदीय सीट से सपा प्रत्याशी काजल निषाद का जुलूस निकल रहा था. इस दौरान गीडा के नंदापार चौराहे पर भाजपा के कैंप कार्यालय में जुलूस में शामिल करीब 12 युवक घुस आए. उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी के कटआउट के चेहरे पर सपा का झंडा बांध दिया. जैतपुर निवासी भाजपा कार्यकर्ता राजन सिंह ने इसका विरोध किया. इस पर मनबढ़ों ने उन्हें बुरी तरह पीट दिया. कार्यालय में रखा 25 हजार रुपया भी लूट लिया. घटना के विरोध में कार्यकर्ताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया.
एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंची. आक्रोशित भाजपा नेताओं को शांत कराया. राजन सिंह ने खजनी थाना क्षेत्र के सीयर निवासी विजय नाथ यादव, स्वामीनाथ यादव पुत्रगण स्व. निर्मल यादव और 12 समर्थकों के खिलाफ तहरीर दी. सीओ गीडा अनुराग सिंह ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है, अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.
मामले में पिपरौली भाजपा मंडल अध्यक्ष धर्मराज गौंड के नेतृत्व में तमाम भाजपा कार्यकर्ता आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पर जमे रहे. पुलिस ने एक आरोपी विजय को हिरासत में लिया है. पुलिस के अनुसार विजय ने ही कटआउट पर सपा का झंडा बांधा था. उस पर खजनी थाने में मारपीट समेत अनेक अन्य धाराओं में पहले से ही मुकदमा दर्ज है. वहीं सपा प्रत्याशी काजल निषाद ने पुलिस पर ही कई आरोप मढ़े हैं.
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं जनसभा कर रही थी. कार्यकर्ता उत्साह में थे. वहां अचानक पुलिस प्रशासन ने आकर दौड़ाकर पिस्तौल निकाल कर एक लड़के को पकड़ लिया. इसके बाद उसे अपराधी की तरह उठाकर ले गई. पूछने पर पुलिस ने बताया कि उसने भाजपा कार्यालय पर जाकर पीएम मोदी के कटआउट पर लाल गमछा ओढ़ा दिया था. क्या भाजपा का कार्यालय खाली पड़ा है?, क्या वहां चिड़िया उड़ रही थी.
सपा प्रत्याशी ने बताया कि पुलिस ने बताया कि वह अपराधी था. अब पुलिस सफाई दे रही है कि पिस्तौल नहीं निकाली. एसएसचो भाग गए हैं. हम बात करने आए हैं, कभी कह रहे लड़का अपराधी था, कभी वह कह रहे गमछा ओढ़ा दिया. इनकी शिकायत ऊपर तक करेंगे. पुलिस-प्रशासन तानाशाह हो गया है. विपक्ष पर आंतक मचाया जा रहा है. ये चुनाव हार रहे हैं इसलिए ये सब कर रहे हैं. पुलिस के पास लड़के के खिलाफ कोई सबूत नहीं है.
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