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UP के नए चीफ सेक्रेटरी के सामने खुली अफसरों की पोल, शिकायत निपटाई नहीं फर्जी रिपोर्ट लगा दी, आगबबूला - up chief secretary manoj singh - UP CHIEF SECRETARY MANOJ SINGH

UP के नए चीफ सेक्रेटरी के सामने अफसरों के फर्जीवाड़े की पोल खुल गई. चलिए जानते हैं इसके बारे में.

up chief secretary manoj singh fond fake settlement of complaints on igrs
यूपी में शिकायत निपटान की खुली पोल. (photo credit: etv bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 2, 2024, 9:19 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह इन्टीग्रेटेड ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम (आईजीआरएस) पर शिकायतों के फर्जी निस्तारण के मामले में आग बबूला हो गए हैं. मुख्य सचिव कार्यालय में अफसरों के साथ उन्होंने अपनी पहली बैठक में सख्त रुख अपनाया है. चीफ सेक्रेटरी ने आईजीआरएस पर होने वाली शिकायतों के निस्तारण के संबंध में आयोजित बैठक में जब उन्होंने एक शिकायत के बारे में विस्तार से जानकारी की और उसके रेंडम आधार पर परीक्षण करवाया तो फर्जी निस्तारण की बात सामने आने पर आगबबूला होते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं.


उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए अल्टीमेटम दिया है कि प्रत्येक दिन वह खुद आईजीआरएस पर शिकायतों का रेंडम आधार पर परीक्षण करवाएंगे और सक्षम अधिकारी को भेज कर उसका सत्यापन कराया जाएगा. शिकायतों का फर्जी निस्तारण अगर पाया गया तो जिस स्तर पर उसकी रिपोर्ट फर्जी लगाई गई होगी उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.


मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आज लोक भवन के मुख्य सचिव कार्यालय में आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों के संबंध में बैठक की और निस्तारण के सख्त दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा है कि आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों का वह प्रत्येक दिन परीक्षण करेंगे रेंडम आधार पर 5 से 10 शिकायतों का परीक्षण कराया जाएगा और संबंधित जिले या व्यक्ति के स्तर पर उसका सत्यापन कराया जाएगा. अगर इसमें किसी स्तर पर लापरवाही फर्जी निस्तारण की स्थिति प्रकाश में आएगी तो कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने कहा कि आईजीआरएस पर आने वाली समस्याओं का निस्तारण गंभीरता के साथ संबंधित अधिकारियों के द्वारा कराया जाना चाहिए इसी में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.


मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन्टीग्रेटेड ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम की समीक्षा करते हुए कहा कि कहा कि आम जन की शिकायतों एवं समस्याओं के त्वरित, आसान और पारदर्शी निस्तारण के लिये आईजीआरएस बहुत अच्छा सिस्टम है. आमजन से विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित और निष्पक्ष निस्तारण कराया जाए. शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता और शिकायतकर्ता की संतुष्टि का विशेष ध्यान रखा जाए. असंतुष्ट फीडबैक एवं स्पेशल क्लोज होने वाली शिकायतों का रेण्डम गुणवत्ता परीक्षण किया जाए.


चीफ़ सेक्रेटरी ने कहा कि उनके मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा प्रतिदिन 5 शिकायतों का रेण्डम आधार पर परीक्षण किया जाएगा और आवश्यकतानुसार मौके पर सक्षम अधिकारी को भेजकर सत्यापन कराया जाएगा. फर्जी रिपोर्ट लगाकर शिकायत क्लोज करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जायेगा। बैठक में विशेष सचिव मुख्यमंत्री प्रथमेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी आदि उपस्थित थे.


लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह इन्टीग्रेटेड ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम (आईजीआरएस) पर शिकायतों के फर्जी निस्तारण के मामले में आग बबूला हो गए हैं. मुख्य सचिव कार्यालय में अफसरों के साथ उन्होंने अपनी पहली बैठक में सख्त रुख अपनाया है. चीफ सेक्रेटरी ने आईजीआरएस पर होने वाली शिकायतों के निस्तारण के संबंध में आयोजित बैठक में जब उन्होंने एक शिकायत के बारे में विस्तार से जानकारी की और उसके रेंडम आधार पर परीक्षण करवाया तो फर्जी निस्तारण की बात सामने आने पर आगबबूला होते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं.


उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए अल्टीमेटम दिया है कि प्रत्येक दिन वह खुद आईजीआरएस पर शिकायतों का रेंडम आधार पर परीक्षण करवाएंगे और सक्षम अधिकारी को भेज कर उसका सत्यापन कराया जाएगा. शिकायतों का फर्जी निस्तारण अगर पाया गया तो जिस स्तर पर उसकी रिपोर्ट फर्जी लगाई गई होगी उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.


मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आज लोक भवन के मुख्य सचिव कार्यालय में आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों के संबंध में बैठक की और निस्तारण के सख्त दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा है कि आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों का वह प्रत्येक दिन परीक्षण करेंगे रेंडम आधार पर 5 से 10 शिकायतों का परीक्षण कराया जाएगा और संबंधित जिले या व्यक्ति के स्तर पर उसका सत्यापन कराया जाएगा. अगर इसमें किसी स्तर पर लापरवाही फर्जी निस्तारण की स्थिति प्रकाश में आएगी तो कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने कहा कि आईजीआरएस पर आने वाली समस्याओं का निस्तारण गंभीरता के साथ संबंधित अधिकारियों के द्वारा कराया जाना चाहिए इसी में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.


मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन्टीग्रेटेड ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम की समीक्षा करते हुए कहा कि कहा कि आम जन की शिकायतों एवं समस्याओं के त्वरित, आसान और पारदर्शी निस्तारण के लिये आईजीआरएस बहुत अच्छा सिस्टम है. आमजन से विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित और निष्पक्ष निस्तारण कराया जाए. शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता और शिकायतकर्ता की संतुष्टि का विशेष ध्यान रखा जाए. असंतुष्ट फीडबैक एवं स्पेशल क्लोज होने वाली शिकायतों का रेण्डम गुणवत्ता परीक्षण किया जाए.


चीफ़ सेक्रेटरी ने कहा कि उनके मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा प्रतिदिन 5 शिकायतों का रेण्डम आधार पर परीक्षण किया जाएगा और आवश्यकतानुसार मौके पर सक्षम अधिकारी को भेजकर सत्यापन कराया जाएगा. फर्जी रिपोर्ट लगाकर शिकायत क्लोज करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जायेगा। बैठक में विशेष सचिव मुख्यमंत्री प्रथमेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी आदि उपस्थित थे.


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