लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होना है. इस विस्तार में सहयोगी दलों के नेताओं के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी मंत्री पद से सुशोभित किया जा सकता है. अब राष्ट्रीय लोक दल भी भारतीय जनता पार्टी के साथ आ गई है.
लिहाजा, योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में राष्ट्रीय लोक दल की तरफ से भी कोई एक विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकता है. राष्ट्रीय लोकदल की तरफ से मंत्री बनने वाले नाम की रेस में दो विधायक हैं. पहले राजपाल सिंह बालियान तो दूसरे अशरफ अली. इनमें से एक का मंत्री बनना लगभग तय है. सूत्रों की मानें तो बालियान पार्टी की पहली पसंद हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की है. इसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है कि अब मंत्रिमंडल विस्तार में देरी नहीं की जाएगी. लोकसभा चुनाव करीब है. ऐसे में सहयोगी दलों को प्रतिनिधित्व देना जरूरी हो गया है.
मंत्री बनाकर सहयोगी दलों को अपने साथ साधने का पूरा प्रयास मंत्रिमंडल विस्तार से ही संभव है. सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर लगातार मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बयान दे रहे हैं. उनका कहना है कि अगर विस्तार जल्द नहीं हुआ तो वह होली नहीं मनाएंगे.
ऐसे में सरकार पर भी एक दबाव बन रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 में घाटा न हो इसे लेकर अब भाजपा देर नहीं करना चाहती. ओमप्रकाश राजभर मंत्री बनेंगे ही, उनके अलावा समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में घर वापसी करने वाले दारा सिंह चौहान भी मंत्री पद की शपथ लेंगे.
अभी तक मंत्रिमंडल विस्तार में इन्हीं के नाम चल रहे थे, लेकिन अब राष्ट्रीय लोकदल भी सरकार में शामिल होने को तैयार है. लिहाजा, अब आरएलडी के भी कोटे से एक मंत्री का बनना लगभग तय माना जा रहा है.
आरएलडी और भारतीय जनता पार्टी का लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर भले ही अभी आधिकारिक एलान न हुआ हो लेकिन दोनों पार्टियों में बात बन गई है. लगभग दो लोकसभा सीटें भी रालोद को दिए जाने पर सहमति हो गई है. अब योगी सरकार में एक मंत्री बनाकर राष्ट्रीय लोक दल को प्रतिनिधित्व देने का भी खाका तैयार हो गया है.
राष्ट्रीय लोक दल के विधायक राजपाल सिंह बालियान उत्तर प्रदेश के बुढ़ाना विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे. पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. राष्ट्रीय लोक दल की तरफ से उन्हें सदन में नेता विधान मंडल दल बनाया गया. 1996 में भारतीय किसान यूनियन के समर्थन में खतौली विधानसभा क्षेत्र विधायक चुने गए थे.
उन्होंने पहली बार सुधीर कुमार बालियान को हराया था जो भाजपा के प्रत्याशी थे. 2002 में समाजवादी पार्टी के प्रमोद त्यागी को हराकर चुनाव जीतने में सफल हुए थे. 2007 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार योगराज सिंह से राजपाल सिंह बालियान चुनाव हार गए थे.
2012 में भी उन्हें जीत हासिल नहीं हुई. 2017 में चौधरी अजीत सिंह ने उन्हें टिकट ही नहीं दिया, लेकिन 2022 में बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र से उन्हें टिकट मिला और इस बार उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता उमेश मलिक को हरा दिया था.
अब राष्ट्रीय लोकदल की तरफ से योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद की रेस में सबसे आगे हैं. राष्ट्रीय लोक दल की तरफ से योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के लिए जो दूसरा नाम चर्चा में है वह है विधायक अशरफ अली खान.
योगी सरकार ने अगर मुस्लिम चेहरे को मंत्रिमंडल विस्तार में मौका दिया तो अशरफ अली खान की भी लॉटरी लग सकती है. अशरफ थाना भवन विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोक दल के विधायक हैं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता सुरेश राणा को पिछले विधानसभा चुनाव में हराया था.
राष्ट्रीय लोक दल व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व पार्टी प्रवक्ता रोहित अग्रवाल का कहना है कि योगी सरकार में जहां तक राष्ट्रीय लोक दल के प्रतिनिधित्व की बात है तो पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं का नाम चर्चा में है. पहले विधायक राजपाल सिंह बालियान और दूसरे अशरफ अली खान.