कानपुर: जैसे-जैसे यूपी की नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे सियासी पारा गरमाता जा रहा है. इन सभी नौ विधानसभा सीटों की अगर बात की जाए, तो इनमें सबसे ज्यादा सीसामऊ विधानसभा सीट चर्चा में बनी हुई है. चाहे भाजपा हो या फिर सपा हर कोई इस सीट पर ही सबसे ज्यादा मेहनत करता हुआ नजर आ रहा है. क्योंकि बीते 28 सालों से इस सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है. ऐसे में जब इस सीट पर अब उपचुनाव होने जा रहा है, तो भाजपा के कई कद्दावर नेता इस सीट पर जी तोड़ मेहनत करते हुए नजर आ रहे हैं. खुद सीएम योगी तक इस सीट पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. शुक्रवार को सबसे हाईटेक और चर्चित सीसामऊ सीट पर लोगों की राय जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची और लोगों से बातचीत कर जानने की कोशिश की आखिर इस बार यहां की जनता किन मुद्दों पर वोट करने जा रही है.
जनता का सबसे अहम मुद्दा: ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत के दौरान सौम्या ने बताया कि, इस सीट की अगर बात की जाए तो यहां पर धर्म सबसे ज्यादा अहम मुद्दा है, क्योंकि यह पूरा मुस्लिम बाहुल्य इलाका है. इस सीट पर अगर किसी भी प्रत्याशी को अपनी दावेदारी पेश करनी है, तो उसे धर्म को ही मुद्दा बनाना पड़ेगा. अगर भाजपा को इस सीट पर फतह हासिल करनी है, तो उन्हें मुस्लिम वोट बैंक को साधने की सबसे ज्यादा कोशिश करनी होगी और ध्यान रखना होगा, कि यह वोट बैंक उनके हाथ से न छूटे.
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ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत के दौरान आयशा ने बताया कि इस सीट पर शुरू से ही जो सबसे अहम मुद्दा बना हुआ है वह है धर्म. इस सीट पर जो खास टक्कर देखने को मिल रही है, वह सपा और भाजपा के बीच में है. इस उपचुनाव में भाजपा की ओर से जो मुद्दा सबसे अहम है. वह यह है, कि पूर्व विधायक इरफान सोलंकी को सजा हुई है और वह जेल में है. उन्होंने बताया कि, यहां साफ सफाई और ट्रैफिक भी सबसे अहम मुद्दा है. इस बार जनता इन्हीं मुद्दों पर वोट करने जा रही है, क्योंकि विगत वर्षों की बात की जाए तो इस सीट पर खास विकास नहीं हुआ है. इसलिए इस सीट पर विकास भी काफी अहम मुद्दा होने वाला है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान विनायक दीक्षित ने बताया, कि इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मुस्लिम मतदाता हैं. वहीं, दूसरे नंबर पर ब्राह्मण वोटर आते हैं. इसके अलावा अन्य जातियों और वर्ग के मतदाता हैं. लेकिन, सबका मिजाज एक जैसा है. उनका मानना है कि इस बार इस सीट पर बदलाव हो सकता है.
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