लखनऊ: यूपी के बजट सत्र में शनिवार को अपने भाषण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath Speech) ने सीएम योगी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बिगड़ी बात बने नहीं, लाख करोकिन कोय, रहिमन फाटे दूध को मथे न माखन होये.
सीएम योगी ने कहा कि 2017 में हमने पहला बजट पेश किया था. मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को साक्षी बनाकर हमने आठवां बजट पेश किया. रामलला को हमने विराजमान कर दिया और बजट भी उनके चरणों मे समर्पित है. अमृतकाल के पहले बजट में रामराज्य के अवधारणाओं का समावेश करने का प्रयास किया गया है. बजट में उत्तर प्रदेश को समृध्य बनाने और अर्थव्यवस्था विकसित करने के लिए प्रयास किये गये हैं.
इसमें कृषि कल्याण, गरीब, स्वस्थ स्वावलंबन, महिला सशक्तिकरण करने का संकल्प है. नेता विरोधी दल को बजट का आकार को लेकर चिंता होगी. ये बजट देश के किसी राज्य का सबसे बड़ा बजट है. नेता विरोधी दल के 2016 के चुनावी बजट से दोगुना से बड़ा बजट है. बजट मे अंतिम व्यक्ति के विकास के लिए कार्य है. पिछले 7 वर्ष मे कोरोना महामारी के बावजूद जीडीपी को दोगुना किया गया. 70 वर्षों में प्रदेश को जहां पहुंचने मे समय लगा, वह हम सात वर्षों में उससे आगे ले गये. आज अर्थव्यवस्था में उत्तरप्रदेश देश की नंबर दो की अर्थव्यवस्था बन चुका है.
सीएम ने कहा कि आज प्रदेश बीमारु राज्य से रेवेन्यु सरपलस स्टेट बन गया है. प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की दर देश में सबसे कम है. इसका कारण रामराज्य की अवधारणा है. जैसे सूर्य समुद्र तालाब से पानी लेता है, तो किसी को पता नहीं चलता, लेकिन जब बरसता है तो सब पर समान रूप से बरसता है. यही बजट है. कोई नया शुल्क नहीं लगा. सभी 75 जनपदों को समान रूप से देखा गया. हमने कर चोरी को रोका और राजस्व को बढ़ाया.
भारत रत्न मिलने वाले चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, कुमार स्वामीनाथन, कर्पूरी ठाकुर को मिले सम्मान का हृदय से आभार प्रकट करता हूं. चौधरी चरण सिंह ने करोड़ों किसानों के आत्म सम्मान को आवाज दी यह उन्हें एक श्रद्धांजलि के रूप में है. राजस्व में सुधार चौधरी चरण सिंह की देंन, गरीब को अधिकार मिला किसान की आवाज को हर मंच पर तवज्जो मिल रही है.
सीएम ने कहा कि मुझे लगता था कि जब अपने बजट में किसानों की बात आएगी तो नेता विरोधी दल चौधरी चरण सिंह का जिक्र जरूर करेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आज उनके साथ कोई आने को तैयार नहीं है, क्योंकि सबको मालूम है कि यह किसको पता नहीं कहां धोखा दे दे. चाचा तो जानते ही हैं. कम से कम इन चीजों का उल्लेख कर देना चाहिए था. इससे उनका भी सम्मान बढ़ता.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सोच रहा था जब बजट पर नेता विरोधी दल बोलेंगे तो चौधरी साहब पर बोलेंगे, लेकिन बिगड़ी बात बने नहीं, लाख करोकिन कोय, रहिमन फाटे दूध को मथे न माखन होये, इनकी स्थिति ये हो गयी है. कोई साथ नहीं आ रहा, क्योंकि सब जानते है कि ये कब किसको धोखा दे देंगे कोई नहीं जानता. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेता विरोधी दल कह रहे थे कि राम के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. हम राजनीति नहीं करते हैं. राम तो हमारे आराध्य हैं. आप यहां भी हर समय संबोधन होता है, राम-राम सही होता है लेकिन अयोध्या नहीं जाना है क्योंकि वोट बैंक पर असर पड़ जाएगा.
उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति आप कर रहे हैं, हम नहीं. मंदिर बनने के पहले भी जब कोर्ट फैसला आया था, तब अयोध्या गए थे और भविष्य में भी जाएंगे और आज भी जा रहे हैं. प्रदेश सरकार हर परिवार के लिए फैमिली आईडी लॉन्च करेगी और फैमिली आईडी के माध्यम से किन योजनाओं का लाभ किस परिवार को मिला है और कौन लोग इससे वंचित हैं इसकी जानकारी मिलेगी. वंचित लोगों तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाने का काम होगा.
सीएम योगी ने कहा कि सरकार का यह प्रयास है कि सरकारी नौकरी के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी हर परिवार से किसी न किसी एक लोग को रोजगार से जोड़ने का काम किया जाए. नेता प्रतिपक्ष से मैं कहना चाहूंगा कि पिछले 7 वर्षों में हमने स्वास्थ्य, शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया है. डबल इंजन की सरकार ने पिछले 6 वर्षों में प्रदेश के अंदर 6 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने में सफलता प्राप्त की है. शनिवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गयी.
सपा ने सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े पर विधानसभा में सरकार को घेरा: बलिया में 25 जनवरी को मनियर में हुए सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े का मुद्दा विधानसभा में उठा. विपक्षी समाजवादी पार्टी के लालजी वर्मा ने सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि बलिया में सामूहिक विवाह के लिए लगभग 535 जोड़े पंजीकृत थे. इसमें आधे से अधिक अपात्र व्यक्तियों का चयन किया गया. इसमें मनियर से 179 चयनित जोड़ों में से 55 अपात्र थे. रेवती से 136 में से 50 अपात्र, बांसडीह से 124 में से 25 अपात्र मिले. अभी 23 लोगों की जांच नहीं हुई है.
बेरुआरबारी ब्लॉक में 133 चयनितों में से 86 अपात्र पाए गए. मैरीटार महिला विधायक का गांव है, जहां 29 चयनित में से सभी फर्जी पाए गए. इस सामूहिक विवाह में बड़े पैमाने पर धांधली हुई. उन्होंने कहा कि विवाह में वर-वधू दोनों का होना आवश्यक है, लेकिन इस विवाह कार्यक्रम में दुल्हन खुद ही अपने गले में वरमाला डालते पायी गईं.
बांसडीह की विधायक केतकी सिंह का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि जिस वक्त यह सामूहिक विवाह हो रहा था, स्थानीय विधायक भी ताली बजाते हुए पायी गईं. यह मुख्यमंत्री की बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है. इसमें लगभग 75 प्रतिशत अपात्र लोगों का विवाह कराया गया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पहला राज्य बन गया है, जहां बिना दूल्हे के दुल्हन की शादी हुई है. जो लोग इस घोटाले में शामिल हों, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
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