लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने छात्रों की स्किल को निखारने और उनको हुनरमंद बनाने की तैयारी शुरू की है. परिषद के विद्यालयों में अब क्रिएटिव लर्निंग के माध्यम से पढ़ाई होगी. खासतौर पर 9 से 12 तक की कक्षा साइंस और मैथ विषयों की पढ़ाई को क्रिएटिव बनाने की योजना है.
इसके लिए पहले बोर्ड एग्जाम में जिन शिक्षकों ने बेहतरीन रिजल्ट दिया है, उनको स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके लिए पूरे स्टेट से ऐसे 200 शिक्षकों गुजरात भेजा जाएगा. ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करने के लिए राज्य परियोजना निदेशालय ने प्रदेश भर के जेडी और जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए हैं.
राज्य परियोजना निदेशालय ने उत्कृष्ट शिक्षकों की सूची सब्जेक्ट वाइज लिस्ट तैयार करने व उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद शिक्षकों की स्क्रूटनी होगी और फिर उन्हें क्रिएटिव लर्निंग पर ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा. इससे शिक्षक स्टूडेंट्स को साइंस के क्षेत्र में नई उपलब्धियां हासिल करने के लिए तैयार कर पाएंगे.
वहीं, माध्यमिक स्कूलों की तरफ स्टूडेंट्स का आकर्षण भी बढ़ेगा. इन सभी शिक्षकों को आईआईटी गांधीनगर, गुजरात में बने सेंटर फॉर क्रिएटिव लर्निंग में शिक्षकों को पांच-पांच दिन का ट्रेनिंग मिलेगी. 100-100 के बैच में शिक्षकों की यहां दो कार्यशाला लगेंगी.
माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारीयों के मुताबिक पहले चरण में 100 शिक्षकों को प्रशिक्षण मिलेगा. ये सभी शिक्षक 18 मंडल से खोजे जाएंगे. इसमें साइंस और मैथ विषयों के यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम में उत्कृष्ट प्रदर्शन देने वाले शिक्षक भेजे जाएंगे. इसमें 10वीं के साइंस व मैथ वर्ग के 100 सहायक अध्यापक व 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी व मैथ के 100 प्रवक्ता शामिल होंगे.
लखनऊ मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि मैथ और साइंस के शिक्षकों को वैज्ञानिक तकनीकों को सीखने और क्रिएटिव लर्निंग के लिए आईआईटी भेजने की तैयारी है. इससे राजकीय स्कूलों के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और हुनरमंद स्टूडेंट्स को तैयार करने में मदद मिलेगी.
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