लखनऊ : यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को समाजवादी पार्टी के विधायकों ने प्रदेश भर में बिजली कटौती, खराब उपकरणों, स्मार्ट मीटरों के स्पीड से चलने, चेकिंग के नाम पर उपभोक्ताओं को परेशान करने समेत अन्य मुद्दों को लेकर सदन में सरकार को जमकर घेरा. समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, विधायक कमाल अख्तर, विधायक पंकज मलिक, विधायक आरके वर्मा और विधायक ओम प्रकाश सिंह ने अपने-अपने क्षेत्र में हो रही बिजली संबंधित समस्याओं को सदन के पटल पर रखा.
विधायकों ने बिजली चेकिंग अभियान के नाम पर किसी भी समय, किसी के घर में घुसने को लेकर विभागीय अधिकारियों को समझाने के लिए ऊर्जा मंत्री से अनुरोध किया. इसके बाद जब सपा के विधायकों के बिजली को लेकर किए गए सवालों का जवाब देने ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा उठे तो उन्होंने कह दिया कि हमने बलिया के एक उपभोक्ता की शिकायत पर कल ही 'यादव जी' पर कार्रवाई की है.
मंत्री के इतना कहते ही सदन में जोरदार हंगामा शुरू हो गया. नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने यहां तक कहा कि ऊर्जा मंत्री को जेई या अन्य कोई अधिकारी हैं, उन पर कार्रवाई की है, ऐसा कहना चाहिए था. यादव जी कहकर वह क्या जताना चाहते हैं? इस शब्द को सदन की कार्रवाई से हटाया जाए.
पैसा मांगने का एक ऑडियो हुआ था वायरल : पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत विद्युत चोरी के एक मामले में प्राथमिकी दर्ज न करने के लिए बलिया के चंद्रावर गांव के निवासी विवेक कुमार चौहान और अंकित कुमार यादव से पैसा मांगने का एक ऑडियो वायरल हुआ था. इस ऑडियो में विजिलेंस के अवर अभियंता गोपीचंद गुप्ता और उपनिरीक्षक प्रभारी प्रवर्तन दल अमित कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से ऊर्जा मंत्री ने सस्पेंड कर दिया था.
सोमवार को जब सदन में बिजली को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायक सरकार को घेर रहे थे तो ऊर्जा मंत्री ने बलिया के इसी प्रकरण को सामने रखकर उपनिरीक्षक प्रभारी प्रवर्तन दल का पूरा नाम न लेकर यादव जी पर कार्रवाई करने की बात कही, जिसके बाद समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के बयान के दौरान बीच में ही उठ खड़े हुए. उन्होंने सदन के अधिष्ठाता से सदन की कार्रवाई से इस शब्द को हटाने की मांग की.
सपा विधायकों ने उठाए यह मुद्दे : समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सदन में बिजली कटौती के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. कहा कि सरकार की तरफ से 24 घंटे बिजली आपूर्ति की बात कही जा रही है, लेकिन हकीकत यही है कि ग्रामीण क्षेत्रों में दो-दो दिन तक बिजली गायब रहती है. अधिकारियों से कहो तो कोई सुनवाई नहीं होती है. योजनाओं के लिए सरकार पानी की तरह पैसे बहा रही है, लेकिन घटिया क्वालिटी के उपकरण लगाए जा रहे हैं.
इसमें बड़ा घोटाला हो रहा है. मुख्यमंत्री अपने स्तर से जांच करा लें, यह बहुत बड़ा घोटाला साबित होगा. इसके अलावा चेकिंग अभियान के नाम पर की जा रही कार्रवाई को लेकर भी सपा विधायकों ने सवाल खड़े किए. किसानों को भरपूर बिजली न मिलने को लेकर भी आवाज उठाई.
ऊर्जा मंत्री ने दिया जवाब : ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने सभी सदस्यों के सवालों के एक-एक कर जवाब दिए. कहा कि अगर सपा सरकार के कार्यकाल की बात करें तो उससे कई गुना ज्यादा वर्तमान में बिजली की डिमांड है. हमने देश के सभी राज्यों को पीछे छोड़ते हुए इस बार रिकार्ड उत्पादन किया है और रिकॉर्ड बिजली आपूर्ति भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाओं से लगातार बिजली के नए उपकेंद्र स्थापित किए जा रहे हैं.
नए-नए उपकरण लगाए जा रहे हैं. खंभे लगाकर जिन गांवों में अभी तक बिजली नहीं पहुंची थी, उन मजरों तक बिजली पहुंचाई जा रही है. उन्होंने कहा है कि जिन उपभोक्ताओं से अधिकारी रिश्वत मांग रहे हैं उन पर हमारी सरकार कड़ा एक्शन ले रही है. कल ही बलिया के एक उपभोक्ता की शिकायत पर कार्रवाई हुई है.
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