कन्नौज: सामाजिक दुनिया में अपराध कर जेल में सजा काट रहे कैदियों को अपराध की दुनिया से दूर कर फिर से समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से जेल प्रशासन ने महात्मा गांधी की जयंती पर एक अनोखी पहल की. जेल प्रशासन ने कैदियों की मानसिक स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए कला प्रतियोगिता का आयोजन कराया. इसमें कैदियों को बिना देखे महात्मा गांधी का चित्र बनाने का टास्क दिया गया.
कैदियों ने अपना कौशल दिखाते हुए महात्मा गांधी की तस्वीर को कागजों पर बनाया. महात्मा गांधी की तस्वीर बनाने वाले तीन कैदियों को प्रथम द्वितीय तृतीय पुरस्कार दिया गया. जेल प्रशासन की इस पहल की अब चौतरफा प्रशंसा हो रही है.
जिला कारागार के अधीक्षक मोहम्मद अकरम खान ने बताया कि कैदियों को अपराध की दुनिया से दूर कर उनके मानसिक विकास के साथ-साथ अंदर छुपे कौशल को निखारने के लिए जेल में गांधी जयंती के अवसर पर एक प्रतियोगिता कराई गई. प्रतियोगिता में कैदियों को महात्मा गांधी का चित्र बनाने का टास्क दिया गया था. कैदियों ने बिना देखे महात्मा गांधी का चित्र बनाया.
उन्होंने बताया कि प्रतिभाग करने वाले बंदियों को एक सप्ताह पूर्व जानकारी दी गई थी. इस बीच बंदियों द्वारा चित्र बनाने का अभ्यास किया गया था. बंदियों ने बहुत लगन व तन्म्यता के साथ गांधी जी के चित्र बनाए. प्रतियोगिता में 04 महिला व 19 पुरुष बंदी सहित कुल 23 बंदियों ने प्रतिभाग किया. प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के साथ ही सभी प्रतिभागियों को उत्साहवर्धन के लिए सम्मानित किया गया.
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