रायबरेली : बदलते वक्त में शादियां शानो शौकत के प्रदर्शन का जरिया बन गई हैं. महंगी गाड़ियों का काफिला अक्सर बारातों में दिख जाएगा, लेकिन जिले में एक परिवार ने ठीक इसके उलट किया. शादी में कारों का कारवां तो जरूर रहा, लेकिन इसके साथ ही करीब 65 बैलगाड़ियां भी बारात का हिस्सा बनीं. सड़क पर बाजे-गाजे के साथ जब बैलगाड़ियां निकलीं तो हर कोई देखता रह गया. दूल्हे के परिजनों का कहना है कि शादी को यादगार बनाने के साथ ही पुरानी परंपरा के तहत बारात ले जाने की सोची गई थी. इसीलिए बारात में पुराने जमाने की तरह बैलगाड़ियां इसका हिस्सा बनीं.
यह अनोखी बारात निकली रायबरेली में. गुलाबगंज के रहने वाले राहुल यादव ने अपनी बारात को यादगार बनाने के लिए 65 बैलगाड़ियों की व्यवस्था की. बारात जैसे ही गांव से दुल्हन के गांव बेहटा खुर्द के लिए निकली तो रास्ते भर में देखने वालों का तांता लगा रहा और लोगों ने इसके वीडियो भी बनाए. बैलगाड़ियों की लंबी लाइन हर कोई देखता रहा.
बैलों के गले में घुंघरू बंधे हुए थे. इसके साथ ही बैलगाड़ियां भी खूब सजी-धजी थीं. बाजे-गाजे के बीच घुंघरुओं की आवाज सबको भा रही थी. राहुल के परिजनों ने बताया कि दूल्हे और उलसके पिता की इच्छा थी कि बेटे की बारात को यादगार बनाया जाए. जिसके चलते क्षेत्र की बैलगाड़ियों को इकट्ठा किया गया और उसके द्वारा बारातियों को लेकर दुल्हन के घर बारात रवाना हुई. यह अनोखी बारात क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.