अयोध्या : सर्दी का मौसम शुरू होते ही रामनगरी में सरयू नदी का जलस्तर घटकर घाटों से दूर हो गया है. श्रद्धालुओं को स्नान करने में दिक्कत न हो इसके लिए राम की पैड़ी पर भी स्नान की व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी गई है. सिंचाई विभाग के द्वारा पैड़ी में अविरल जलधारा के अंदर बड़ी मात्रा में एकत्रित हुए सिल्ट को साफ करने के लिए नायाब तरीका निकाला है. एक ट्रैक्टर के माध्यम से जल के अंदर मंथन किया जा रहा है. इससे पानी के साथ सिल्ट भी बाहर चला जाएगा.
प्रयागराज में प्रारंभ हो रहे महाकुंभ और आगामी मकर संक्रांति और माघ मेले में लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे. जिसको प्रशासनिक तैयारियां शुरू कर दी गई है, तो वही आने वाले श्रद्धालु सबसे पहले सरयू नदी में स्नान करते हैं.
अयोध्या सिंचाई विभाग के अभियंता संजय त्रिपाठी ने बताया कि महाकुंभ 2025 में जब श्रद्धालु आएंगे तो निश्चित रूप से उनका अयोध्या आना होगा और बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है. उसके लिए हमारे संगठन के द्वारा जो राम की पैड़ी बनाई गई है. इसमें अविरल जल प्रवाह होता रहता है. पंपों के माध्यम से उसको सुनिश्चित किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि राम की पैड़ी के घाटों की सफाई प्रत्येक दिन होती है और उसमें सिल्ट जो आ जाती है. उसकी सफाई रेगुलर करते रहते हैं. दर्शनार्थी और आगंतुकों को कोई समस्या ना हो, घाटों पर हम लोगों के द्वारा फ्लोटिंग बैरियर लगाए गए हैं. जिससे की जो दर्शनार्थी और नदी में नहाते है उनकी सुरक्षा के लिए फ्लोटिंग बैरियर लगाए है. नदी में जब पानी काम रहता है तो घाटों पर हमारे आदमी लगे रहते हैं, जो फ्लोटिंग बैरियर को गहराई के हिसाब से एडजस्ट करते हैं. वह क्रम लगातार हमारा चलता रहता है, ताकि दर्शनार्थी को नहाने में कोई दिक्कत ना हो.
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