शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में सबसे अनोखी होली खेली जा रही है. यहां आजादी के बाद से ही 'जूता मार' होली खेली जाती है. लोग अंग्रेजों के प्रति आक्रोश जताने के लिए एक व्यक्ति को लाट साहब बनाकर भैंसा गाड़ी पर बैठाते हैं. और उसे जूतों और झाड़ू से पीटते हुए पूरे शहर में घूमाते हैं. इस दौरान सुरक्षा के लिए व्यापक के इंतजाम किए गए हैं. कहा जाता है कि अंग्रेजों ने भारत के लोगों पर जुल्म किये थे. इसके विरोध में लाट साहब का जुलूस निकाला जाता है. जूता मार होली को देखने के लिए आसपास के इलाकों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं. जूता मार होली इतनी संवेदनशील होती है कि लोकल पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स, पीएसी सहित बड़ी संख्या में अर्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है.
दरअसल शाहजहांपुर में होली के दौरान 24 जुलूस निकलते हैं. जिनमें दो प्रमुख जुलूस होते हैं. जो कि शहर में निकलते हैं. पहला बड़े लाट साहब का जुलूस, दूसरा छोटे लाट साहब का जुलूस. लाट साहब के जुलूस की परंपरा बेहद ही पुरानी है चूंकि अंग्रेजों ने जो जुल्म हिन्दुस्तानियों पर किए हैं वो दुख आज भी हर किसी के दिल में मौजूद है. यहां के लोग अंग्रेजों के प्रति अपना दर्द और आक्रोश बेहद अनूठे ढंग से प्रदर्शित करते हैं.
होली से 5 दिन पहले जिले के 64 धार्मिक स्थलों को त्रिपाल से ढक दिया गया है. ताकि मस्जिद में रंग न पड़े और कोई संप्रदायिक विवाद न हो. बड़े लाट साहब और छोटे लाट साहब के जुलूस के रास्ते में पड़ने वाली मस्जिदों को ढक दिया जाता है. इसके साथ ही लाट साहब के पड़ने वाले जूते को बटोरने के लिए नगर निगम कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
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