जयपुर : 'क्या तैरना नहीं आता, डूबने के लिए तैयार रहो.' राजधानी के सी स्कीम एरिया में सोमवार को ये संदेश लिखा हुआ कटआउट मुख्य मार्ग के बीचो-बीच लगा दिखा. जिसे आते-जाते हर शख्स ने नोटिस भी किया. यहां जरा सी बारिश में जलभराव की स्थिति होने के बाद एक सामाजिक संगठन की ओर से ये कटआउट लगाया गया, जो स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय भी बना रहा.
जयपुर के बिगड़े ड्रेनेज सिस्टम ने अब लोगों को मजबूर कर दिया है कि वो खुद प्रशासन की आंखों पर पड़े पर्दे को हटाए. जरा सी बारिश में राजधानी के कई इलाके पानी-पानी हो जाते हैं. जयपुर के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनने के बाद लोगों को आवाजाही में भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जयपुर के पॉश एरिया 22 गोदाम, सिविल लाइंस, सी स्कीम, रामबाग, मानसरोवर और परकोटे के कई इलाके बारिश में जलभराव की स्थिति से जूझते हुए नजर आते हैं. इसका हल ढूंढने में निगम प्रशासन नाकाम साबित हुआ है. ऐसे में लोगों ने अब निगम के कार्यशैली पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.
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एक सामाजिक संगठन ने तो सी स्कीम स्थित हाइब्रिड पार्किंग के नजदीक जलभराव की स्थिति होने पर एक कटआउट सड़क के बीचो बीच लगा दिया. जिस पर लिखा कि 'क्या तैरना नहीं आता, डूबने के लिए तैयार रहो.' इस कटआउट के साथ पानी में डूबते हुए व्यक्ति के हाथ को भी चित्रित किया गया है. यहां से गुजरने वाले हर एक व्यक्ति की निगाह इस कटआउट पर पड़ी और लोगों ने रुक कर इस पर लिखे हुए संदेश को भी पढा. ये कटआउट सोमवार को चर्चा का विषय भी रहा और इसे स्थानीय लोगों ने निगम प्रशासन को जगाने का उपयुक्त तरीका भी बताया.
आपको बता दें कि जयपुर में लगातार बारिश का दौर जारी है. इस बार औसत से ज्यादा बारिश हुई है. मौसम विभाग ने फिलहाल आगामी 2 से 3 दिन तक मानसून सक्रिय रहने संभावना जताई है. साथ ही जयपुर संभाग में तो कुछ भागों में तेज बारिश की आशंका जताई है. ऐसे में फिर जल भराव की स्थिति बनने पर इस तरह के कट आउट शहर में और भी जगह लगे देखने को मिल सकते हैं.