नई दिल्ली: देशभर में पेट्रोल और डीजल प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. कई सौ वर्षों से लोग पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल करते आ रहे हैं. ऐसे में दिन प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ से पर्यावरण दूषित होता चला जा रहा है. इसी क्रम में बुधवार को दिल्ली के पीएचडी चैंबर में हुए शिखर सम्मेलन में भारत सरकार में सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जैव ईंधन और वैकल्पिक ईंधन के बारे में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की.
उन्होंने कहा कि इथेनॉल पर सरकार लगातार काम कर रही है. इथेनॉल आने वाले समय में डीजल और पेट्रोल का विकल्प हो सकता है. सबसे खास बात डीजल और पेट्रोल के मुताबिक इथेनॉल काफी सस्ता होगा. साथ ही गडकरी ने भारत को आयातक से निर्यातक बनाने की आवश्यकता पर बल दिया. ऊर्जा सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन में आत्मनिर्भर भारत के लिए जैव ऊर्जा की भूमिका पर उन्होंने टूटे चावल और गन्ने जैसे उत्पादकों के मुद्दे पर बात की.
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वैकल्पिक ईंधन और ऊर्जा क्षेत्र की विशाल क्षमता पर जोर देते हुए गडकरी ने कहा कि आज के समय में किसानों के लिए पराली बहुत बड़ी समस्या है. लेकिन, आने वाले समय में यही पराली किसानों की आय को बढ़ाएगा और उससे वह पैसा कमा पाएंगे. गडकरी ने आने वाले कुछ सालों में कई बड़ी परियोजनाओं का भी जिक्र किया. कहा कि आने वाले समय में पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर ज्यादा जोर दिया जाएगा. कई महत्वपूर्ण योजनाएं लाई जाएगी, जिससे लोगों का जीवन आसान हो पाएगा.