जयपुर: केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राजस्थान के लिए परियोजनाओं का पिटारा खोला. गडकरी ने राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के 'इन्फ्रास्ट्रक्चर-एन इम्पोर्टेन्ट लिंक इन द सप्लाई चेन' सत्र के दौरान राजस्थान को 30 हजार करोड़ की 9 परियोजनाओं की सौगात दी. गडकरी ने कहा कि भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के साथ केंद्र सरकार कार्य कर रही है.
भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन की बनाने के लिए हो रहा कार्य: गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है. उनके इस संकल्प को साकार करने तथा भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन की बनाने के लिए केन्द्र सरकार कार्य कर रही है. किसी भी देश के विकास के लिए पानी, ऊर्जा, परिवहन और संचार मूलभूत आवश्यकताएं हैं. इन चारों क्षेत्रों को विकसित करने से देश-प्रदेश की प्रगति सुनिश्चित होगी.
📍Jaipur, Rajasthan
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 10, 2024
Addressed the Rising Rajasthan Global Investment Summit 2024 today in the presence of Rajasthan CM Shri @BhajanlalBjp Ji, Deputy CM Smt. @KumariDiya Ji, Minister Shri @JogarampatelMLA Ji, and senior officials in Jaipur.
We are committed to building a… pic.twitter.com/d49LPPwJrA
इस अवसर पर गडकरी ने राजस्थान को कई सौगातें देते हुए 30 हजार करोड़ रुपए लागत की 800 किमी. लम्बी 9 परियोजनाओं की घोषणा की. इन परियोजनाओं में 6500 करोड़ की लागत से उत्तरी जयपुर रिंग रोड, 6800 करोड़ की लागत से कोटपूतली से आगरा ग्रीनफील्ड हाइवे, 12 हजार करोड़ की लागत से जयपुर-किशनगढ़-जोधपुर से अमृतसर ग्रीनफील्ड हाइवे निर्माण, 538 करोड़ की लागत से पाली में रायपुर से जस्साखेड़ा तक एलीवेटेड रोड, 1400 करोड़ की लागत से नागौर से नेत्रा तक सड़क निर्माण, 500 करोड़ से सीकर-लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर में बाइपास, 1400 करोड़ की लागत से झुन्झुनू-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क निर्माण, 600 करोड़ की लागत से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नगलीसलेदी-भाटीवाड़ सड़क निर्माण, 400 करोड़ की लागत से कुंडल-झाड़ौद खण्ड के भू-स्खलन क्षेत्र में सुधार कार्य शामिल हैं.
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राज्य के बुनियादी ढांचे की बदल रही तस्वीर: इस समिट में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सड़क, रेलवे, हवाई अड्डे, सिंचाई परियोजना और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में हमारी डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से राज्य के बुनियादी ढांचे की तस्वीर बदल रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बुनियादी सड़क तंत्र को विकसित करने में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का भी विशेष सहयोग है. प्रदेश के मरुस्थलीय क्षेत्र में 2 हजार किलोमीटर लंबाई के राजमार्गों का निर्माण के साथ कई कस्बों और शहरों में बाइपास और रिंग रोड का निर्माण कर यातायात को सुगम बनाया है.
'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के दूसरे दिन JECC जयपुर में 'इंफ्रास्ट्रक्चर एन इंर्पोटेंट लिंक इन द सप्लाई चैन' सत्र कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री @BhajanlalBjp एवं केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री @nitin_gadkari ने उपस्थितजनों को संबोधित किया।
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सीएम ने कहा कि दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे का 58 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान में है, इसलिए भारत के 40 प्रतिशत बाजार तक प्रदेश की सीधी पहुंच है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां भारत का तीसरा सबसे बड़ा हाईवे नेटवर्क है, जो देश के प्रमुख शहरों और औद्योगिक केंद्रों को सीधे जोड़ता है. आज राजस्थान में 3 लाख किलोमीटर से अधिक लंबा रोड नेटवर्क है.
सड़क निर्माण, रेल नेटवर्क और हवाई संपर्क का किया जा रहा विस्तार: मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में देश का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. 6 हजार किलोमीटर लंबा रेल नेटवर्क राज्य में और राज्य के बाहर माल ढुलाई को आसान बना रहा है. साथ ही, जयपुर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित प्रदेश में 7 हवाई अड्डे हैं. हम हवाई संपर्क को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के दो मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क परिवहन के विभिन्न माध्यमों को जोड़कर लॉजिस्टक्स को आसान बना रहे हैं. हमारे राज्य में 8 इनलैंड कंटेनर डिपो हैं, जो कार्गों हैंडलिंग में मदद देने के साथ ही बंदरगाहों पर दबाव कम कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार 53 हजार किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण कर रही है, साथ ही, प्रदेश में पहली बार 2 हजार 750 किलोमीटर लंबे 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण हेतु आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.