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'चंपाई दा आपका NDA में स्वागत', झारखंड के सियासी उठापटक पर जीतनराम मांझी की गुगली - JITAN RAM MANJHI

Jharkhand Political Crisis: झारखंड की राजनीति में जारी उथल-पुथल के बीच पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी का समर्थन मिला है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर न केवल उनको टाईगर करार दिया है, बल्कि उनका एनडीए परिवार में स्वागत भी किया है.

JITAN RAM MANJHI
चंपाई सोरेन को मिला जीतनराम मांझी का समर्थन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 19, 2024, 12:54 PM IST

Updated : Aug 19, 2024, 1:10 PM IST

पटना: कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने वाले जीतनराम मांझी अब 'झारखंड की राजनीति के मांझी' कहे जाने वाले चंपाई सोरेन के समर्थन में खड़े हो गए हैं. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट साझा कर हेमंत सोरेन के खिलाफ बगावत करने वाले पूर्व सीएम के फैसले को सही ठहराया है. साथ ही कहा कि चंपाई दा वास्तव में टाईगर हैं और हमेशा ही टाईगर रहेंगे.

"चंपाई दा आप टाईगर थे, टाईगर हैं और टाईगर ही रहेंगें, एनडीए परिवार में आपका स्वागत है. जोहार टाईगर"- जीतनराम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार

हेमंत के खिलाफ चंपाई ने खोला मोर्चा: झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. माना जा रहा है कि वह आने वाले समय में बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. वैसे नई बनाने की भी चर्चा जोरों पर है. फिलहाल वह दिल्ली में हैं. चंपाई ने एक दिन पहले एक्स हैंडल पर पोस्ट लिखकर अपना दर्द साझा किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि किस तरह से उनको अपमानित कर मुख्यमंत्री के पद से हटाया गया है. ऐसे में उनके सामने राजनीति से संन्यास, नया संगठन बनाने या किसी अन्य दल से जुड़ने का विकल्प बचा है.

क्यों सीएम पद से हटे चंपाई?: दरअसल, जनवरी महीने में जमीन घोटाले में तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा था, जिस वजह से चंपाई सोरेन का नया मुख्यमंत्री बनाया गया था. वहीं, जमानत मिलने के बाद जुलाई में चंपाई की जगह वह फिर से सीएम बन गए. हेमंत ने अपनी कैबिनेट में चंपाई को भी जगह दी लेकिन पार्टी के इस फैसले से चंपाई सोरेन खुश नहीं थे. हालांकि उस समय तो उन्होंने खुलकर नाराजगी जाहिर नहीं की लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह हेमंत और जेएमएम के संपर्क में नहीं हैं.

मांझी ने भी की थी नीतीश से बगावत: 2014 के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार ने अपनी जगह जीतनराम मांझी को 20 मई 2014 को मुख्यमंत्री बनाया था. हालांकि 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जब उनसे (मांझी) सत्ता हस्तांतरण के लिए कहा गया तब उन्होंने बगावत कर दी. हालांकि बहुमत के अभाव में आखिरकार उनको 20 फरवरी 2015 को इस्तीफा देना पड़ा. नीतीश से नाराजगी के कारण उन्होंने जेडीयू छोड़ दिया और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा का गठन किया. 79 वर्षीय जीतन राम मांझी फिलहाल केंद्रीय मंत्रिमंडल में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के मंत्री हैं. उन्होंने बिहार के गया लोकसभा सीट से चुनाव जीता है.

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क्यों सीएम पद से हटे चंपाई?: दरअसल, जनवरी महीने में जमीन घोटाले में तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा था, जिस वजह से चंपाई सोरेन का नया मुख्यमंत्री बनाया गया था. वहीं, जमानत मिलने के बाद जुलाई में चंपाई की जगह वह फिर से सीएम बन गए. हेमंत ने अपनी कैबिनेट में चंपाई को भी जगह दी लेकिन पार्टी के इस फैसले से चंपाई सोरेन खुश नहीं थे. हालांकि उस समय तो उन्होंने खुलकर नाराजगी जाहिर नहीं की लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह हेमंत और जेएमएम के संपर्क में नहीं हैं.

मांझी ने भी की थी नीतीश से बगावत: 2014 के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार ने अपनी जगह जीतनराम मांझी को 20 मई 2014 को मुख्यमंत्री बनाया था. हालांकि 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जब उनसे (मांझी) सत्ता हस्तांतरण के लिए कहा गया तब उन्होंने बगावत कर दी. हालांकि बहुमत के अभाव में आखिरकार उनको 20 फरवरी 2015 को इस्तीफा देना पड़ा. नीतीश से नाराजगी के कारण उन्होंने जेडीयू छोड़ दिया और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा का गठन किया. 79 वर्षीय जीतन राम मांझी फिलहाल केंद्रीय मंत्रिमंडल में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के मंत्री हैं. उन्होंने बिहार के गया लोकसभा सीट से चुनाव जीता है.

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Last Updated : Aug 19, 2024, 1:10 PM IST
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