अलवर: केन्द्रीय वन मंत्री एवं अलवर के सांसद भूपेन्द्र यादव ने कहा है कि राज्य की भजनलाल सरकार की ओर से महाराजा भर्तृहरि धाम को तपोस्थली के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके लिए राज्य सरकार ने बजट में विशेष प्रावधान कर राशि मंजूर की है.
केंद्रीय मंत्री यादव भर्तृहरि धाम में चल रहे मेला स्थल पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि महाराजा भर्तृहरि के लक्खी मेले में दूर-दूराज से लोग आते हैं. लोक देवता महाराजा भर्तृहरि ने तीन बड़ी किताबें भी लिखी है. इनमें एक किताब में सामाजिक जीवन को जीने का तरीका बताया गया है, वहीं दूसरी किताब में राज धर्म को निभाने के बारे में बताया गया है. वहीं तीसरी पुस्तक में वैराग्य को लेकर वैराग्य शतक लिखा है.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन उन्हें शक्ति भगवान के केंद्र से ही मिलती हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर भर्तृहरि धाम का विकास करना है. गत दिनों सरिस्का के मुद्दों को लेकर की गई समीक्षा बैठक में भर्तृहरि धाम के विकास के मुद्दे पर भी चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि सरिस्का के विकास की प्रेरणा का केंद्र भर्तृहरि धाम है. भर्तृहरिधाम के विकास के लिए सरिस्का से संबंधित मुद्दों को निपटाया जाएगा. भर्तृहरि धाम में सभी सुविधाएं जुटाई जाएंगी.
भर्तृहरि धाम में जल्द दिखेगा विकास: भर्तृहरि धाम मेले के उद्घाटन के अवसर पर प्रदेश के वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि यहां कुछ ही दिनों में विकास के के काम होते देख सकेंगे. उन्होंने कहा कि भर्तृहतरि धाम का पूर्ण विकास किया जाएगा. राज्य सरकार ने बजट में विशेष प्रावधान कर यहां के विकास के लिए राशि मंजूर की है.