जयपुर. राजस्थान में जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे बीजेपी और कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप भी तेज होते जा रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की सीएम भजनलाल को पावरलेस करार दिया, तो पलटवार में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने उतर आए. मेघवाल ने अशोक गहलोत को चेलेंज करते हुए कहा कि अशोक गहलोत अपनी सरकार के कालखंड और हमारी सरकार के 2 महीने के काम को लेकर खुले में बहस करें.
गहलोत खुले में बहस करें : केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल अशोक गहलोत क्या बोलते हैं पता नहीं?. पहले भी इस तरह का बयान दिया था. उन्होंने कहा कि "भारतीय जनता पार्टी की मजबूत सरकार प्रदेश में बनी है, मैं तो उनको चैलेंज करता हूं. वह अपना कालखंड देख लें और हमारी सरकार के कार्यक्रम देख लें. जब उनकी सरकार बनी थी, तब उन्होंने अपनी सरकार के शुरुआती 2 महीने में क्या किया और हमने 2 महीने में क्या क्या कर के दिखा दिया. अशोक गहलोत आकर खुले मंच पर बहस कर लें पता चल जाएगा किसने क्या काम किया." ED का डर दिखा कर बीजेपी में शामिल करने के आरोपों पर अर्जुन मेघवाल ने कहा कि "हिमाचल प्रदेश में तो उनके 40 विधायक थे. किसका डर दिखाया था वहा पर. कांग्रेस के अंदर खुद में असंतोष है. उसका आंकलन भी नहीं कर पाते हैं." मेघवाल ने कहा कि पहले तो वो अपने नेताओं पर कंट्रोल नहीं कर पाते और फिर दूसरों पर आरोप लगाते हैं.
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बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करीब 3 महीने बाद आज सीएम आवास खाली कर सिविल लाइन स्थित बंगला नंबर 49 में शिफ्ट हो गए हैं. इस दौरान गहलोत ने पीएम मोदी के साथ प्रदेश की भजनलाल सरकार को निशाने पर लिया. गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने गुड गवर्नेस के साथ काम किया था. जिस प्रकार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने झूठा प्रचार किया. 5 लाख और 50 लाख की झूठी बात कही गई. हमारी सरकार चली गई और बीजेपी सरकार आ गई. पिछले ढाई महीने से लग ही नहीं रहा कि प्रदेश में कोई सरकार है. कार्यकारी मुख्यमंत्री तो सीएस सुधांश पंत बने हुए हैं. चर्चा यह भी है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से ज्यादा तो सरकार में एक उपमुख्यमंत्री की चल रही है.