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गड़ा धन और तंत्र विद्या में सिद्धि पाने के लिए बच्चे की दी बलि, रिश्तेदार और तांत्रिक गिरफ्तार - MURDER REVEALED IN RAE BARELI

रायबरेली पुलिस ने वारदात के पांच दिन बाद किया खुलासा, रिश्ते में मामा ने बच्चे को घर से बहाना बनाकर ले गया था अपने साथ

बच्चे की बलि देने वाले तांत्रिक और उसका रिश्तेदार गिरफ्तार.
बच्चे की बलि देने वाले तांत्रिक और उसका रिश्तेदार गिरफ्तार. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 25, 2025, 4:05 PM IST

Updated : Feb 25, 2025, 4:30 PM IST

रायबरेली: जिले में एक मासूम बच्चे की बलि देने का मामला सामने आया है. तंत्र विद्या में सिद्धि पाने के लिये मामा ने तांत्रिक के साथ मिलकर भांजे की बलि दे डाली. पुलिस ने तांत्रिक और बच्चे के रिश्तेदार को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है.

एडिशनल एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि सलोन थाना क्षेत्र के राजा का पुरवा समसपुर खालसा में 19 फरवरी को 10 साल के बच्चे का शव संदिग्ध हालत में तालाब किनारे मिला था. बच्चे के पिता राकेश गौतम निवासी राजा का पुरवा ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद से पुलिस तहकीकात कर रही थी. एएसपी ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि रिश्ते में मामा लगने वाले दिलबाग गौतम निवासी मोहम्मदाबाद और बलि देने वाले तांत्रिक गुड्डू बाबा को गिरफ्तार किया है.

एडिशनल एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने हत्या का किया खुलासा. (Video Credit; ETV Bharat)
एएसपी ने बताया कि दिलबाग ने हत्या को कबूल करते हुए बताया कि एक बार गुड्डू बाबा ने फूंक कर पानी दिया था, जिससे उसकी मां ठीक होने लगी. इससे दिलबाग बहुत प्रभावित हुआ और गुड्डू बाबा के साथ तंत्र-मंत्र सीखने लगा. गुड्डू बाबा ने दिलबाग से कहा कि यदि वह मां को ठीक, तंत्र-मंत्र में सिद्धि और गड़ा धन प्राप्त करना चाहता है तो किसी कलंंकित बच्चे की बलि देनी होगी.

एएसपी ने बताया कि इसके बाद गौतम ने दूर के रिश्तेदार राकेश गौतम के इकलौते लड़के सुधीर की बलि देने की योजना बनाई. क्योंकि सुधीर के माथे पर जले का निशान (कलंकित) था. योजना के मुताबिक 18 फरवरी को करीब शाम 4:00 बजे दिलबाग राजा का पुरवा गांव पहुंचा और सुधीर को अकेला देखकर उसे 10 रुपये दिए और अपने साथ लेकर गुड्डू बाबा के पास हनुमानगंज मंदिर पर ले गया. बाबा ने बताया कि बच्चे की बलि उसी के गांव के आसपास देनी होगी, तभी फल मिलेगा. इसके बाद रात करीब 9:00 बजे दिलबाग वापस रिश्तेदार राकेश के यहां पहुंचा और गुमराह करने और शक ना हो इसके लिए वह बच्चे को ढूंढने लगा. रात करीब 11:00 बजे वह चुपके से उठा और योजना के मुताबिक बाबा के पास गया. जहां दिलबाग व गुड्डू बाबा ने मोटरसाइकिल में बीच में सुधीर को बिठाकर गांव के बाहर रास्ते पर ले गए. झील के किनारे गांव के पश्चिम तरफ जहां खाली जमीन में पुवाल का ढेर था, वहां पर उन्होंने सुधीर को लेटा दिया.

एएसपी ने बताया कि दिलबाग ने सुधीर के हाथ पैर पकड़ लिए. जबकि गुड्डू बाबा ने तांत्रिक क्रिया कर नुकीली लोहे की समसी से सुधीर के शरीर पर कई वार किये, जिससे वह कुछ देर में ही मर गया. इसके बाद दोनों लोगों ने बच्चे के शव को उठाया और उसे छिपाने के लिए झील के पास फेंक दिया. जिस पुवाल पर बच्चे की बलि दी गई थी, उसे भी जला दिया ताकि कोई सबूत न रहे. इस मामले में पुलिस ने हत्यारों की निशानदेही पर आला कत्ल भी बरामद कर लिया और दोनों तांत्रिकों को जेल भेज दिया है.
इसे भी पढ़ें-'आपके घर में दबा है सोना'...झांसा देकर ठगों ने 33 लाख हड़पे; पुलिस ने 7 को गिरफ्तार किया

रायबरेली: जिले में एक मासूम बच्चे की बलि देने का मामला सामने आया है. तंत्र विद्या में सिद्धि पाने के लिये मामा ने तांत्रिक के साथ मिलकर भांजे की बलि दे डाली. पुलिस ने तांत्रिक और बच्चे के रिश्तेदार को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है.

एडिशनल एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि सलोन थाना क्षेत्र के राजा का पुरवा समसपुर खालसा में 19 फरवरी को 10 साल के बच्चे का शव संदिग्ध हालत में तालाब किनारे मिला था. बच्चे के पिता राकेश गौतम निवासी राजा का पुरवा ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद से पुलिस तहकीकात कर रही थी. एएसपी ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि रिश्ते में मामा लगने वाले दिलबाग गौतम निवासी मोहम्मदाबाद और बलि देने वाले तांत्रिक गुड्डू बाबा को गिरफ्तार किया है.

एडिशनल एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने हत्या का किया खुलासा. (Video Credit; ETV Bharat)
एएसपी ने बताया कि दिलबाग ने हत्या को कबूल करते हुए बताया कि एक बार गुड्डू बाबा ने फूंक कर पानी दिया था, जिससे उसकी मां ठीक होने लगी. इससे दिलबाग बहुत प्रभावित हुआ और गुड्डू बाबा के साथ तंत्र-मंत्र सीखने लगा. गुड्डू बाबा ने दिलबाग से कहा कि यदि वह मां को ठीक, तंत्र-मंत्र में सिद्धि और गड़ा धन प्राप्त करना चाहता है तो किसी कलंंकित बच्चे की बलि देनी होगी.

एएसपी ने बताया कि इसके बाद गौतम ने दूर के रिश्तेदार राकेश गौतम के इकलौते लड़के सुधीर की बलि देने की योजना बनाई. क्योंकि सुधीर के माथे पर जले का निशान (कलंकित) था. योजना के मुताबिक 18 फरवरी को करीब शाम 4:00 बजे दिलबाग राजा का पुरवा गांव पहुंचा और सुधीर को अकेला देखकर उसे 10 रुपये दिए और अपने साथ लेकर गुड्डू बाबा के पास हनुमानगंज मंदिर पर ले गया. बाबा ने बताया कि बच्चे की बलि उसी के गांव के आसपास देनी होगी, तभी फल मिलेगा. इसके बाद रात करीब 9:00 बजे दिलबाग वापस रिश्तेदार राकेश के यहां पहुंचा और गुमराह करने और शक ना हो इसके लिए वह बच्चे को ढूंढने लगा. रात करीब 11:00 बजे वह चुपके से उठा और योजना के मुताबिक बाबा के पास गया. जहां दिलबाग व गुड्डू बाबा ने मोटरसाइकिल में बीच में सुधीर को बिठाकर गांव के बाहर रास्ते पर ले गए. झील के किनारे गांव के पश्चिम तरफ जहां खाली जमीन में पुवाल का ढेर था, वहां पर उन्होंने सुधीर को लेटा दिया.

एएसपी ने बताया कि दिलबाग ने सुधीर के हाथ पैर पकड़ लिए. जबकि गुड्डू बाबा ने तांत्रिक क्रिया कर नुकीली लोहे की समसी से सुधीर के शरीर पर कई वार किये, जिससे वह कुछ देर में ही मर गया. इसके बाद दोनों लोगों ने बच्चे के शव को उठाया और उसे छिपाने के लिए झील के पास फेंक दिया. जिस पुवाल पर बच्चे की बलि दी गई थी, उसे भी जला दिया ताकि कोई सबूत न रहे. इस मामले में पुलिस ने हत्यारों की निशानदेही पर आला कत्ल भी बरामद कर लिया और दोनों तांत्रिकों को जेल भेज दिया है.
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Last Updated : Feb 25, 2025, 4:30 PM IST
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