उमरिया। उमरिया जिला वनों से आच्छादित है. यहां जंगली जानवर बहुतायत मात्रा में पाए जाते हैं. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व भी इसी क्षेत्र में स्थित है. यहां जंगली जानवरों के शिकार के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के घुनघुटी के वन परिक्षेत्र के ग्राम ओढेरा में फिर शिकार का मामला सामने आया है. यहां कुंएं में बोरे के अंदर तेंदुए का शव मिला है. शिकारियों द्वारा करंट लगाकर मादा तेंदूए को मारने के बाद बोरी में भरकर कुएं में फेंका गया है.
पेट में पल रहे थे दो बच्चे
ये मादा तेंदुआ गर्भवती थी. उसके पेट में दो बच्चे पल रहे थे. वन विभाग द्वारा तेंदुए को कुएं से निकालकर चिकित्सकीय परीक्षण किया गया तो इस बात का खुलासा हुआ. इसके बाद वन विभाग की टीम ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. मामला उमरिया जिले के वनमंडल उमरिया अंतर्गत वन परिक्षेत्र घुनघुटी के ओढेरा गांव का है. यहां कुएं में वयस्क मृत मादा तेंदुए का शव मिला. एसडीओ दिगेंद्र सिंह ने बताया कि सभी चारों आरोपी स्थानीय हैं. आरोपियों के विरुद्ध वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है.
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चारों आरोपी गिरफ्तार
बुधवार को सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई. इस मामले में स्थानीय ओढेरा के ही दो सगे भाई बाबू लाल उम्र 26 वर्ष व अनिल सिंह पिता कृष्णपाल सिंह उम्र 23 वर्ष के अलावा राममनोहर पिता ददई सिह उम्र 36 वर्ष, ललन पिता उमाशंकर सिंह उम्र 31 वर्ष आरोपी हैं. आरोपियों ने बताया कि करेंट से सुअर शिकार करने के लिए खुला बिजली का तार बिछाया था. लेकिन करंट की चपेट में वयस्क मादा तेंदुआ फंस गई और मौके में मौत हो गई. बाद में शिकारियों ने मृत तेंदुए को गांव के किनारे मौजूद कुएं में बोरी में भरकर फेंक दिया.