श्रीनगर: अंकिता भंडारी के परिजनों का धरना आज श्रीनगर के पीपलचौरी में सातवें दिन भी जारी रहा. इस दौरान उत्तराखंड क्रांति दल के प्रदेश अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत धरना स्थल पहुंचे. उन्होंने आंदोलन को अपना पूरा समर्थन दिया. इस दौरान उनके साथ पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. कठैत ने सरकार पर प्रदेश में रिसॉर्ट संस्कृति को पनपाने का आरोप लगाया है.
अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपियों को जल्दी सजा दिलाने के लिए आंदोलन पर बैठे अंकिता के माता-पिता को यूकेडी ने अपना समर्थन दिया है. यूकेडी का आरोप है कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है. एक तरफ सरकार अंकिता भंडारी हत्याकांड को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की बात करती रही. लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी मामला सामान्य कोर्ट में ही चलाया जा रहा है. सरकार अंकिता आंदोलन को तोड़ने की कोशिश भी कर रही है.
यूकेडी प्रदेश अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत ने आरोप लगाया है कि सरकार दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है. सरकार कथित वीआईपी को भी बचाने की कोशिश कर रही है. पुलिस ने वीआईपी के नाम का भी खुलासा नहीं किया. रिसॉर्ट तोड़ने वाले अधिकारी समेत स्थानीय विधायक पर भी सरकार कार्रवाई करने से बचती रही है. मजबूरन अंकिता के परिजनों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है. इस दौरान अंकिता की मां सोनी देवी भी भावुक नजर आईं. उन्होंने कहा कि वे अपने पति के साथ एक सप्ताह से धरना दे रही हैं. लेकिन उनकी मांगों पर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया.
उन्होंने कहा कि वे अंकिता के हत्यारों को सजा दिलाना चाहती हैं. सरकार ने बहुत से वादे किए लेकिन कोई भी वादा पूरा नहीं किया. आज तक नर्सिंग कॉलेज का नाम भी अंकिता के नाम पर नहीं रखा गया. सरकार ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की बात कही. लेकिन सरकार इस वादे को भी पूरा नहीं कर सकी. उन्होंने सरकार पर उनका (अंकिता के परिजनों का) सहयोग करने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया है.
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