उज्जैन: जिले से करीब 45 किलोमीटर दूर नागदा तहसील में एक संत के साथ मारपीट करने के आरोप लगे हैं. महंत ने थाने में शिकायत करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने महंत की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धारा 119 (1), 308 (5), 115 (2), 296, 351 (2), 3 (5) के तहत केस दर्ज किया है. लेकिन इस घटना को लेकर राजनीतिक भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने महंत की पिटाई मामले में सरकार पर निशाना साधा है.
संत का रास्ता रोककर पिटाई
घटना नागदा तहसील के बीसीआई कॉलोनी की है. उत्तर प्रदेश के निवासी संत गुना जिले के मुंगावली निवासी महंत नारायणदास त्यागी से मिलने के लिए ट्रेन से आए थे. ट्रेन से उतरकर वह पैदल ही महंत नारायणदास त्यागी के आश्रम जा रहे थे. तभी रास्ते में शराब के नशे में चूर दो लोगों ने उन्हें रोक लिया और उनसे शराब के लिए पैसे मांगे. जब महंत ने पैसे देने से मना किया, तो आरोपियों ने उनसे साथ गालीगलौज की और इसके बाद उनके साथ मारपीट की. आरोपियों ने उनकों निर्वस्त्र भी कर दिया. घटना को अंजाम देने वाले भाजपा नेता के भाई बताए जा रहे हैं.
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कांग्रेस ने साधा भाजपा सरकार पर निशाना
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने इस मामले पर ट्वीट कर कहा है कि, ''भाजपा का "सनातन विरोधी चेहरा" फिर से उजागर हुआ है.'' उन्होंने आरोप लगाया है कि ''भाजपा नेता के भाईयों ने संत को निर्वस्त्र कर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी.'' अरुण यादव ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
उज्जैन के एडिशनल एसपी नितेश भार्गव का कहना है कि, ''एक मंहत ने थाने में आकर शिकायत की थी कि उनके साथ कुछ लोगों ने मारपीट की है. उनकी शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरु कर दी है.''